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साईकिल पर सवार होकर निकल चुके हैं भारत भ्रमण को, खुद से खाना बनाते हैं, टेंट में सोते हैं: फिरोज पालखीवाला

आजकल बड़े शहरों की भाग-दौड़ किसी से छुपा नहीं। आज के समय में किसी के पास ज्यादा समय नहीं है। काम करना हो या यात्रा करना लोगों की जल्दीबाजी आम बात है। जहां लोग अपने कामकाज, ऑफिस जाने हेतु बाईक, टैक्सी, कार व अन्य यातायात के साधनों का प्रयोग करते हैं ताकि वे अपने गंतव्य पर जल्द से जल्द पहुंच जाएं लेकिन एक शख़्स ऐसे भी हैं जो किसी भी यात्रा के लिए साइकिल का उपयोग करते हैं। उनकी आयु 55 वर्ष हो चुकी है और वह साइकिल से हमारे देश का भ्रमण कर चुके हैं और अभी उनकी यह यात्रा अभी गतिमान हीं है। वह देश ही नहीं बल्कि विदेशों का भी दौरा कर चुके हैं।

एक ऐसा शख्स जो करता है साइकिल से यात्रा

वह शख्स फिरोज पालखीवाला (Firoz Palkhiwala) हैं जो कहीं भी घूमने जाने के लिए वाहनों का नहीं बल्कि साइकिल का उपयोग करते हैं। वह वर्ष 2021 के जनवरी महीने से भारत भ्रमण के लिए निकले हैं। उन्होंने अब तक लगभग 4700 किलोमीटर की यात्रा भी तय कर ली है। यात्रा के दौरान वह किसी लॉज या फिर होटल में रुक कर समय नहीं बिताते बल्कि वह अपने पसंद अनुसार जगह को सेलेक्ट करते हैं और फिर सड़क के किनारे तंबू लगाकर सो जाते हैं। वह आपना भोजन स्वयं ही बनाते हैं और फिर आगे के लिए निकल जाते हैं। वह बताते हैं कि मैं यात्रा के लिए पहले से कोई भी प्लानिंग नहीं करता बल्कि रास्ते में कुछ लोगों से मिलते हुए उनसे जानकारियां लेता हूं और फिर जो जगह मुझे अत्यधिक पसंद आती है वहां कुछ दिनों तक रहकर आनंद लेता हूं। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

Firoz Palkhiwala travelling India on bicycle

साइकिलिंग का है बचपन से ही शौक

फिरोज पेशे से वकील हैं। उन्होंने बताया कि मुझे साइक्लिंग का शौक बचपन से ही रहा है। परन्तु वक्त के साथ इस तरह व्यस्तता बढ़ गई कि साइकिलिंग करना कम हो चुका था। परंतु उनके साथ कुछ ऐसी घटना हुई जिसने उनकी जिंदगी बदल दी। वह बताते हैं कि हम 23 वर्ष पूर्व जब सुबह अखबार पढ़ रहे थे तो उन्होंने उसमें पढ़ा कि मुंबई के एक डॉक्टर है जो कहीं भी आने-जाने के लिए वाहनों का उपयोग ना करके साइकिल का उपयोग करते हैं। फिरोज ने उनसे प्रेरणा लिया और उन्होंने निश्चय किया कि अब से भी किसी भी यात्रा के लिए साइकिल का ही उपयोग करेंगे। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

तुर्की, ईरान, जॉर्जिया एवं ताइवान जैसे देशों में भी साइकिल से यात्रा किया है

उन्होंने बताया कि उस वक्त मेरे पास हीरो की एक ओल्ड साइकिल थी और मैंने उसी से ऑफिस जाना प्रारंभ कर दिया। आगे उन्होंने साइकिल टूर के बारे में सारी जानकारी इंटरनेट से एकत्रित की और वह यात्राओं पर साइकिल लेकर जाने लगे। उन्होंने तुर्की, ईरान, जॉर्जिया एवं ताइवान जैसे देशों में भी साइकिल से दौरा किया है। हालांकि वह अपने टूर के लिए एक विशेष प्रकार की साइकिल का उपयोग करते हैं एवं शहरों में उपयोग के लिए अलग साइकिल है। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

1 दिन की यात्रा में अधिकतम 116 किलोमीटर की साइकिलिंग की है

वह बताते हैं कि मैंने बहुत से देशों का दौरा किया है। मैं हमेशा हीं घूमने के लिए लालायित रहता हूं। मेरा बेटा और पत्नी भी घूमने के शौकीन है। मेरा बड़ा बेटा जर्मनी में रहता है और उसे भी साइकिलिंग का बेहद शौकीन है। वह बताते हैं कि कोरोना के कारण मैं कुछ वर्षों से घूम नहीं पा रहा था परंतु जब कोरोना का असर कम हुआ तब मैं यात्रा पर निकल पड़ा। वह अपने अनुभव को अन्य लोगों के साथ शेयर भी करते हैं। उन्होंने गुजरात के बारे में जानकारी दिया कि मैंने यहां 4700 किलोमीटर की यात्रा तय की है और यहां का हर कोना मैंने देखा है। उन्होंने अब तक की यात्रा में 1 दिन में अधिकतम 116 किलोमीटर की साइकिलिंग की है। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

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साइकिल को ही बनाया घर

उनकी साइकिल यात्रा संपूर्णतः मिनिमल एवं स्टेनेबल है। उन्होंने अपने साइकिल में घर बनाया हुआ है। वह मात्र तीन बैग को ही लेकर यात्रा के लिए निकल पड़ते है। वह अपनी एक बैग में स्लीपिंग बेड, वाटर प्रूफ टेंट रखते हैं। वही ठंडी के मौसम के लिए एवं बरसात के लिए कपड़े भी इसी बैग में रख लेते हैं। एवं तीसरे बैग में खाने पकाने के लिए रसोई की सामग्रियों को रखते हैं। उन्होंने एक छोटी सी गैस सिलेंडर भी रखी है एवं कुछ बर्तन भी। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

फोन सोलर हर चीज़ रखते हैं साथ

वह बताते हैं कि मुझे खुले आसमान में रहना बेहद पसंद है इसलिए मैं टेंट में सोता हूं। वह कहते हैं कि मैं जिस यात्रा पर निकलता हूं उसमें ज्यादा आराम नहीं परन्तु मन आनंदित अवश्य हो जाता है। उन्होंने अपने पास एक्शन कैमरा सोलर बैटरी चार्जर एवं डिजिटल कैमरा एवं फोन भी रखे हैं। जब बारिश का मौसम हो जाए तो वह अपने फोन को चार्ज करने के लिए किसी ढाबे पर रुक जाते हैं और नहीं तो सोलर से चार्ज कर लेते हैं। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

शेयर करते हैं अपनी यात्रा से जुड़ी कुछ बातें और अनुभव

विदेशों और देशों से जुड़ी यात्रा के बारे में वह अंतर बताते हुए कहते हैं कि हमारे देश मे शाकाहारी भोजन मिलना आम बात है परंतु यही विदेशों में हमें शाकाहारी भोजन करने को नहीं मिलता। इसीलिए वह अपने साइकिल पर गैस एवं रसोई की सामग्रियां रखते हैं। परंतु एक अच्छी बात यह भी है कि विदेशों में प्रदूषण कम होने की वजह से उन्हें साइकिलिंग में बेहद आनंद आता है जो कि हमारे देश में नहीं है। परंतु वो कहते हैं कि अगर मैं अपने देश से जुड़ी समस्या के बारे में बात करने लगा तो मैं यात्रा का आनंद नहीं ले पाऊंगा इसलिए अपनी यात्रा के दौरान सिर्फ आनंद के बारे में सोचता हूं बल्कि समस्याओं के बारे में नहीं। वर्तमान में वह राजस्थान की यात्रा कर रहें हैं। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

अपने जीवन में करें साइकलिंग को शामिल

वे कहते हैं कि मैं आज 55 वर्ष की आयु में भी खुद को नौजवान महसूस करता हूं इसका रीजन साइकिलिंग है। आप चाहे तो कम चीजों में भी खुशियां ढूंढ सकते हैं आवश्यक नहीं कि यात्रा के लिए बड़ी गाड़ियों की आवश्यकता हो। उन्होंने बताया कि मुझे पैरों में प्रॉब्लम भी होती है परंतु मेरा ध्यान यात्रा पर रहता है और मैं अपने शरीर पर भी ध्यान रखता हूँ। मैं किसी एक जगह रुक कर अपने शरीर को आराम देता हूं फिर अन्य स्थान के लिए निकलता हूं। वे कहते हैं कि हम सब को अपने जीवन में साइकिलिंग को शामिल करना चाहिए क्योंकि इससे हमारे पर्यावरण का संरक्षण भी होगा एवं हेल्थ भी स्वस्थ रहेगा। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

इतने उम्रदराज होने बावजूद फिरोज़ जिस तरह साइकिल से यात्रा कर खुद को फिट रख रहें हैं, वह अन्य लोगों को यह दिखा रहें हैं कि किस तरह अपने जीवन मे खुश रहना सीखना चाहिए। उनके इस बेहतरीन कार्य से पर्यावरण का संरक्षण भी हो रहा है एवं साथ ही उनका हेल्थ मेंटेन भी। – Firoz Palkhiwala of Mumbai travels by bicycle

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