आजकल ढेर सारे लोग केमिकल युक्त खेती को बाय-बाय कर जैविक खेती अपना रहे हैं। दरअसल जैविक खेती में कोई भी कीटनाशक का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि उसमें गोबर की खाद का प्रयोग किया जाता है। इस खाद से उत्पादित फसल ना सिर्फ शुद्ध होते हैं बल्कि उत्पादन की मात्रा में भी बढ़ोतरी होती है।
गोबर से खाद्य बनाने की विधि को कई बार पढ़े होंगे और कई बार उस विधि को बनाने का भी प्रयास किए होंगे। लेकिन अधिकतर विधि से खाद अच्छे से तैयार नहीं पाता है। जिसके बाद किसान निराश भी हो जाते हैं और इसको बनाने में समय भी खर्च होता है। साथ हीं खेत में जो खाद देने का मकसद होता है वो भी पूरा नहीं हो पाता है।
आज हम सभी चाहते हैं कि कम समय में हमारा काम हो जाय , ज्यादा पैसे भी न खर्च हो और हम हमारे लिए फायदेमंद भी हो। तो मित्रों निश्चित तौर पर आप चाहेंगे कि हम जो प्रयोग खाद बनाने के लिए कर रहे हैं वह अच्छी तरह कामयाब हो और हमारे खेतों में रंग भरे।
आज हम आपको गोबर से खाद्य बनाने का बेहद सरल तरीका बताने जा रहे हैं। जिसमें आपका मेहनत भी पूरी तरह सफल होगा और आप जो चाहते हैं कि आपके खेत में हरियाली छाई रहेगी। इस कहानी के साथ हम एक वीडियो भी साझा करेंगे जिसमें आपको गोबर से खाद बनाने की पूरी विधि बताई गई है।
वैसे तो हम सभी जानते हैं कि बाजार में खाद का दाम दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। जिसमे छोटे किसानों को खेती करने में आर्थिक रूप से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि खाद का दाम इतना अत्यधिक हो गया है जिससे कि छोटे किसानों को खरीदना बहुत मुश्किल सा हो जाता है।
ये स्वाभाविक है कि जब आप खेती करते हो तो खाद की जरूरत होना अनिवार्य हो जाता है। खाद के बगैर खेती करना आज के समय में काफी कठिन सा हो गया है। तो मित्रों आपको मैं ये सारे कठिनाइयों का जिक्र इसलिए कर रहा हूं क्योंकि आज मैं आपको एक ऐसे विधि बताने जा रहा हूं जो आपके इन सारे कठिनाइयों को दूर कर सकते हैं।
वीडियो यहाँ देखें:-👇👇
गोबर से खाद बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाते ये होती है कि आप जब भी गोबर से खाद बनाएं तो कच्चे गोबर में ये कभी भी अच्छा खाद तैयार नहीं हो सकता है। इसलिए इस पर समय देना जरूरी बन जाता है। सबसे पहले आप गोबर को पिरामिड के आकार का लम्बा-लम्बा आकृति बना लें ताकि उसके ऊपर से मिथेन गैस आसानी से निकल पाए। हमलोग गोबर के ढेर में जब हाथ डालते हैं तो गर्म महसूस होता है ऐसे में अगर गोबर से खाद बनाना है तो उसकी गर्माहट कम करनी होगी। लगभग 15 दिनों तक गोबर में पानी डाल कर छोड़ दें। इसके अंदर से जब मीथेन गैस बाहर आने लगे तो इसमें एक गौ मूत्र का मिश्रण पड़ता है।
एक बात ध्यान रखें कि जब आप दस किलो गोबर का खाद बनाने जा रहे हैं तो एक लीटर गौ मूत्र देंगे। यानी कि लगभग सौ ग्राम बेसन, सौ ग्राम गुड़ और एक लीटर मूत्र का मिश्रण कर के पानी के साथ छिड़कते रहें। सप्ताह या दस दिन पर यह लिक्विड छिङकते रहें। हर बार पानी छिड़कने से पहले गोबर की उस आकृति को खोलते रहें। लगभग 60-70 दिनों के बाद आपका खाद तैयार हो जाएगा। जिसके बाद आप इसे खेत में छिड़काव कर सकते हैं।
गोबर की बनी खाद से उपजाई जाने वाली फसल एकदम शुद्ध होती है। इसके सेवन से लोगों का स्वास्थ्य बढ़िया रहता है। गोबर से बनी खाद को आप खेत के साथ-साथ अपने गार्डेन और छत पर की जाने वाली खेती में भी कर सकते हैं। गोबर से खाद बनाने की आसान विधि को सीखकर आप भी उस पर अमल कर सकते हैं।