हमारे समाज में महिलाओं के प्रति एक धारणा बनी हुईं है कि वे सिर्फ घर-परिवार को सम्भालने के लिये ही बनी है लेकिन हर सदी में महिलाएं समाज की इस विचारधारा को तोड़कर सभी के लिये अनोखा मिसाल कायम करते आई हैं। महिलाओं ने हमेशा साबित किया है कि दृढ निश्चय, कठिन परिश्रम और समपर्ण से एक महिला घर-परिवार और बच्चों को सम्भालने के साथ साथ अपने जीवन में उंचाईयों के शिखर को भी छू सकती है।
हरियाणा की रहने वाली पुष्पा की कहानी भी उपर्युक्त बातों से मिलती-जुलती है। इन्होंने घर, रसोई, बच्चे और अपने सपने के बीच सामंजस्य बैठाकर आईएएस अधिकारी बन दूसरों के लिए एक मिसाल कायम की है।
आइये जानते हैं, उस गृहिणी के संघर्ष भरे सफर के बारे में
पुष्पा लता (Pushpa Lata) हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव में पली-बढ़ी है तथा इनकी शुरुआती शिक्षा भी गांव में हुईं। वहां अच्छे स्कूल नहीं होने की वजह से आगे की पढ़ाई इन्होने अपने अंकल के घर रहकर की। बीएससी (B.Sc) करने के बाद पुष्पा ने MBA की शिक्षा ली और स्टेट बैंक ऑफ़ हैदराबाद में नौकरी करने लगीं।
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शादी के बाद यूपीएससी की तैयारी करने का निश्चय किया
वर्ष 2011 में पुष्पा लता (Pushpa Lata) की शादी हो गई और वह मानेसर आ गईं। शादी के बाद बाकी लडकियों के जैसे पुष्पा भी घर-परिवार को सम्भालने लगी। ससुराल जाने के बाद इन्होंने यूपीएससी के बारे में सुना और उसकी तैयारी करने का निश्चय किया। पुष्पा के इस फैसले को उनके पति का भी समर्थन मिला। हमारे समाज में अक्सर लोगों की यह सोच होती है कि शादी के बाद घर-परिवार, रसोई और बच्चे सम्भालना ही औरतों का फर्ज होता है। पुष्पा को भी यह सब ताने सुनने पड़े लेकिन इन्होंने इन बातों को अनसुना किया और अधिकारी बनने का दृढ निश्चय किया।
परिवार और बच्चों की जिम्मेदारी के साथ की यूपीएससी की तैयारी
शादी के बाद पुष्पा को परिवार, पति और बच्चे सभी की जिम्मेदारी निभानी थी। उनकी दिनचर्या बेहद कठिन थी। सुबह उठना, खाना बनाना, घर के सारे काम, बच्चों की देखभाल, फिर पढ़ाई यह सब एक साथ करना बहुत मुश्किल था लेकिन पुष्पा के इरादे चट्टान जैसे मजबूत थे। पुष्पा ने वर्ष 2015 में अपनी बैंक की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं। जब कभी भी उन्हें वक्त मिलता वह किताब हाथ में ले लेती और पढ़ाई करती।
दूसरे प्रयास में सफलता प्राप्त की
पुष्पा ने अपनी कठिन मेहनत, समर्पण और दृढ निश्चय से आखिरकार अपने लक्ष्य को हासिल कर ही लिया। इन्होंने दूसरे प्रयास में यूपीएससी में सफलता प्राप्त कर सामज के रुढिवादी सोच को करारा जवाब दिया है। पुष्पा ने वर्ष 2017 में यूपीएससी की परीक्षा में ऑल इंडिया 80वीं रैंक हासिल किया।
घर में रहकर परीक्षा की तैयारी की
पुष्पा भी बाकी परीक्षार्थियों की तरह दिल्ली में कोचिंग करने के लिये सोची थी लेकिन पैसे की तंगी और बच्चे की जिम्मेदारी की वजह से इन्होंने सेल्फ स्टडी का निर्णय लिया। इन्होंने घर पर रहकर बच्चे और परिवार की जिम्मेदारी निभाते हुये UPSC में सफलता हासिल किया। यूपीएससी में पुष्पा की सफलता से उनके पूरे परिवार में खुशियां छा गई। इन्होंने अपनी तैयारी घर रहकर ही किया।
आईएएस ऑफिसर पुष्पा लता ने कामयाबी के शिखर को छू कर यूपीएससी के लाखों उम्मीदवारों के लिये यह साबित किया है कि यदि ठान लिया जाये मुश्किलों में भी रास्ते बन ही जाते है। The Logically पुष्पा लता (Pushpa Lata) के संघर्षों को नमन करता है तथा उनकी सफलता के लिये ढेर सारी बधाई देता है।