Wednesday, December 13, 2023

लद्दाख सेक्टर में चुस्ती बढाने के लिए सेना को मिल रहा है ‘मेड इन इंडिया ड्रोन’, बॉम्बे IIT के छात्रों ने बनाया यह विशेष हथियार

देश के तीसरे सबसे बड़े इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलोजी बॉम्बे (IIT-Bombay) का नाम एक बार फिर सुर्खियों में आया है। दरअसल, हाल ही में भारतीय सेना ने आइडियाफोर्ज टैक्नोलोजी (IdeaForge Technology) नामक एक कंपनी के साथ ड्रोन बनाने के लिए 140 करोड़ रुपये का करार किया है। बता दें कि इस कंपनी को, आईआईटी बॉम्बे के तीन पूर्व छात्रों अंकित मेहता, राहुल सिंह और आशीष भट्ट ने साल 2007 में आईआईटी बॉम्बे की इनक्यूबेटर SINE (Incubator Sine) में गठित किया था।

भारतीय सेना नें क्यों चुनी यह कंपनी

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक – “रक्षा सूत्रों ने कहा, भारत-चीन सीमा और पूर्वी लद्दाख के अधिक ऊंचाईयों वाले क्षेत्रों, दुश्मनों पर सटीक निगरानी के लिए और अपनी भेजी गई Infantry troop (पैदल सेना) के लिए भारतीय सेना को ड्रोन की ज़रुरत थी।” ऐसे में IdeaForge कंपनी का कहना है – क्योंकि ऑपरेशनल ज़रुरत संबंधी सभी मापदंड़ो को पूरा करने की क्षमता IdeaForge में है इसलिए यह करार उनके साथ किया गया।

Use drones to watch over enemies

भारतीय सेना और IdeaForge कंपनी के बीच हुई डील क्या है

डील के मुताबिक यह कंपनी भारतीय सेना को IdeaForge’s switch UAV के मानव रहित एरियल व्हीकल (Unmanned Arial Vehical) उपलब्ध कराएगी। बता दें कि Switch UAV एक फिक्स्ड विंग क्राफट हैं जो वर्टिक्ली टेकऑफ और लैंडिंग (VTOL) करने में सक्षम है। इतना ही नही इसे दुश्मनों पर डे-नाइट निगरानी के लिए कठोर वातावरण में भी तैनात किया जा सकता है। कंपनी का दावा है कि ये ड्रोन मैन पोर्टेबल हैं और अपनी श्रेणी के किसी अन्य UAV की तुलना में सबसे अधिक समय तक टार्गेट पर नज़र रखने की क्षमता रखते हैं।

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डील के बारे में IdeaForge के मैनेजर का बयान

Tv9 भारतवर्ष के मुताबिक – IdeaForge के मैनेजर अनिल ठोकल का कहना है कि इन ड्रोनस् का वजन तकरीबन 7 किलो है और ये 4500 मीटर की ऊंचाई से लेकर 6000 मीटर तक की उड़ान भरने में सक्षम हैं। Switch UAV ड्रोन हेलीकॉप्टर की तरह उड़ान भरेगा लेकिन लैंड एक प्लेन की तरह स्मूथली करेगा, इसके लिए रनवे की आवश्यकता भी नही होगी, हाई पिक्सल्स कैमरा के साथ इन ड्रोनस् की हाई कम्यूनिकेशन रेंज भी है मतलब सेना की ज़रुरतों को ध्यान में रखते हुए इसे डिज़ायन किया गया है। सेना 20 मिलियन डॉलर खर्च कर रही है और एक साल के भीतर उसे ये ड्रोन प्रोवाइड करा दिये जाएंगें।

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IIT -Bombay ने भी की अपनें छात्रों की प्रशंसा

आईआईटी बाम्बे ने अपने ऑफिशियल फेसबुक पेज पर छात्रों की प्रंशसा करते हुए लिखा – ‘SINE और अंकित, राहुल, और आशीष को हमारी ओर से बधाई, ये वाकई प्रशंसनीय है कि इन्हें पिछले साल ही एलुमनी अचीवर अवार्ड के लिए चुना गया ।