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साइकिल से शिक्षक Zomato डिलीवरी कर रहा था, युवक ने मदद किया और 2 लाख रुपये इकठ्ठा कर बाइक खरीद डाली

Internet user of rajsthan helped zomato boy to raise 2 lakh fund for bike

राजस्थान के 12वी कक्षा में पढ़ने वाले आदित्य शर्मा (Aditya Sharma) सोमवार से ट्विटर पर काफी ट्रेंड कर रहे हैं। ट्रेंड होने की वजह है की उन्होंने एक जोमैटो बॉय (Zomato Boy) को 3 घंटे में साइकिल से बाइक तक पहुंचा दिया। बाइक खरीदने के लिए सिर्फ 70 हजार रुपए की जरूरत थी लेकिन लोगों ने उन्हें इतना सपोर्ट किया कि मदद के लिए 2 लाख रुपए भेज दिए। अब जोमैटो बॉय साइकिल (Bicycle) नहीं बाइक से डिलीवरी कर रहा है।

कैसे शुरू हुआ सिलसिला

आदित्य शर्मा का कहना है की उन्होंने जोमैटो पर कोल्ड ड्रिंक ऑर्डर की थी। 20 मिनट में ही डिलीवरी बॉय सामान लेकर उनके दिए हुए एड्रेस पर पहुंच गया। लेकिन जब आदित्य ने देखा कि बाहर जोमैटो का बैग साइकिल पर पड़ा है तो उन्होंने जोमैटो बॉय से बात करने का सोचा पर वो जल्दी में थे तो आदित्य ने उनका मोबाइल नंबर ले लिया उसके बाद वो वहां से निकल गए।

कोविड में चली गई नौकरी, निजी स्कूल में टीचर थे

जोमैटो बॉय ने अपना नाम दुर्गा शंकर मीणा (Durga Shankar Meena) बताया। उन्होंने कहा की उनके माता-पिता नहीं है और परिवार में भी कोई नहीं है। अकेले झोपड़ी में रहता है। कोरोना काल से पहले निजी स्कूल में पढ़ाते थे। लेकिन नौकरी चली गई। फिर जोमैटो में डिलीवरी का काम शुरू किया। साइकिल पर डिलीवरी की वजह पूछी तो कहा कि बाइक खरीदने की स्थिति नहीं है। उन्हे बस 15 हजार रुपए चाहिए जिससे बाइक का डाउन पेमेंट करने के बाद वो किस्तें भरते रहते।

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आदित्य ने ट्विटर पर पोस्ट किया

आपको बता दे की आदित्य ने दुर्गा शंकर का साइकिल के साथ फोटो पहले ही ले लिया था। आदित्य ने मोबाइल पर बात करने के बाद सोशल मीडिया पर मदद से लिए पोस्ट किया। तीन घंटे के अंदर लोगों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए 1.50 लाख रुपए भेज दिए। बाद में ये रकम 2 लाख रुपए हो गई।

साइकिल से बाइक तक का सफर

आदित्य का कहना है कि मंगलवार दोपहर को दुर्गा शंकर को कॉल किया बाइक के शोरूम पर बुलाया। फिर उनको बाइक पसंद करने के लिए कहा तो पहले तो वो समझ नहीं पाए, बाद में उनको दिलाने की पता चला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। बाइक ली और दोनों ने चलाई फिर उन्हें दे दी। अब जोमैटो की डिलीवर बाइक से करेंगे।

समाज और दुनिया के लिए ऐसी कहानियां प्रेरणादायी हैं, जिस तरह एक अनजान सख्स ने दूसरे अनजान सख्स की मदद की, वह काबिलेतारीफ है। The Logically की तरफ से हम इस घटना की कोटि कोटि प्रशंसा करते हैं

मेघना कानपुर की रहने वाली हैं, इन्होंने पत्रकारिता में 3 साल का डिप्लोमा कोर्स किया है। पत्रकारिता में रुचि होने के कारण इन्होंने शुरू से ही इस क्षेत्र में अपनी सहभागिता बरकरार रखने की कोशिश की और पिछले 1 वर्षों से बतौर कंटेंट राइटर काम कर रही हैं। The Logically के माध्यम से वह समाजिक मुद्दों को परोसने की कोशिश कर रही हैं।

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