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कभी डिग्री ना रहने पर नहीं मिली नौकरी, आज अपने जिद से असिस्टेंट प्रोफेसर

Kanaram Meghwal became assistant professor

हमारे यहां लोगों का यह मानना है कि अगर कोई बच्चा स्कूल में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तो वह आगे चलकर भी अच्छा प्रदर्शन करेगा और सफलता अवश्य हासिल करेगा। यहां स्कूली शिक्षा से ही हर चीज सम्भव माना जाता है। अगर इसमें अच्छे अंक आए तो बच्चे हज़ारों के बीच मे अपनी पहचान बनाएंगे वरना अगर अंक अच्छे नहीं आए तो बच्चे का कदम डगमगा भी सकता है।

हमारे यहां ऐसे बहुत से लोग मौजूद हैं जो 10वीं या 12वीं में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते और आगे चलकर ऐसा इतिहास रचते हैं जिससे वह हमेशा सुर्खियों में छा जाते हैं। इसके अतिरिक्त आने वाली पीढ़ी उन्हें अपना प्रेरणास्रोत मानते हुए कोई बड़ी कामयाबी हासिल करें।

आज की हमारी भी यह कहानी एक ऐसे शख्स की है जिन्होंने 12वीं में मात्र 48% लाए थे और आज वही संस्कृत लेक्चर परीक्षा में अच्छा करते हुए असिस्टेंट प्रोफेसर बने हैं।

वह शख़्स हैं बाड़मेर के कापराऊ गांव से ताल्लुक रखने वाले कानाराम मेघवाल (Kanaram Meghwal)। उनका जन्म एक गरीब परिवार में हुआ उनके पिता आजीविका चलाने के लिए खेती करते थे और कानाराम अपने पिता की मदद खेती में किया करते थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सम्पन्न करने के बाद ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। -Kanaram Meghwal from Barmer

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डिग्री ना रहने से नहीं मिली नौकरी

आगे उनका चयन थर्ड ग्रेड टीचर के रूप में हुआ परन्तु उनके पास बीएड की डिग्री नहीं थी जिस कारण उन्हें जॉब नहीं मिली। वर्ष 2010 में एक बार पुनः वह थर्ड ग्रेड संस्कृत डिपार्टमेंट में चयनित हुए। आगे वह वरिष्ठ अध्यापक संस्कृत डिपार्टमेंट आरपीएससी के टॉपर रहे। परंतु इस बार भी वह असफल हुए क्योंकि उनके पास शास्त्री डिग्री नहीं थी। -Kanaram Meghwal from Barmer

परंतु उन्होंने अपने प्रयास को जारी रखा वर्ष 2016 में उनका प्रमोशन हुआ और वह संस्कृत व्याख्याता के पोस्ट पर चले गए। वर्ष 2017 में वह आरपीएससी स्कूल व्याख्याता पद पर चयनित हुए और उन्हें बांसवाड़ा जाने के लिए बोला गया। परन्तु इसे जॉइन करने से इंकार कर दिया। वह अपने परिश्रम को रुकने नहीं दिए और लड़ते हुए आगे बढ़ते रहे। -Kanaram Meghwal from Barmer

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मिला परिश्रम का फल

आगे उन्होंने वर्ष 2021 के 22 सितंबर को कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए एग्जाम दिया। जिसका इंटरव्यू 10 अक्टूबर 2022 को हुआ है। इस के रिजल्ट में उन्हें एसएससी वर्ग में राज्य के टॉपर वाले लिस्ट में रखा गया और उन्होंने पूरे राज्य में 29 स्थान प्राप्त की। वह बताते हैं कि मैं प्रतिदिन लगभग 6 घंटे पढ़ाई किया करता था। उनकी 6 बहने हैं जिस कारण उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और पिता एक-एक पैसा इकट्ठा करके उन्हें पढ़ाया करते थे। वह बताते हैं कि आज जो भी हैं अपने परिवार की बदौलत है। -Kanaram Meghwal from Barmer

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