आज के दौर में अधिकतर युवा उच्च शिक्षा ग्रहण कर हाई पोस्ट की नौकरी और विदेशी जीवन जीने के लिए इच्छुक हैं। लेकिन कुछ युवा ऐसे भी हैं जो उच्च शिक्षा ग्रहण करने के उपरांत कोई जॉब ना करके अपने देश की मिट्टी में अनाज उगाना चाहते हैं जिसके लिए वो विदेश की ऐ-शो-आराम को छोड़कर अपने स्वदेश लौट रहें हैं। उन्हीं में एक हैं युवती पूर्वी मिश्रा (Porvi Mishra) जिन्होंने विदेश से अपनी शिक्षा सम्पन्न कर स्वदेश आकर खेती को अपनाया और आज खेतों में सब्जियों को उगा रही हैं।
खेती के लिए कई तकनीकें उपलब्ध
वर्तमान में हमारे देश में किसान नई-नई तकनीकों का उपयोग कर खेती कर रहे हैं। ऐसे में किसान को उन तकनीकों को अपनाकर खेती करने से उन्हें खेती में अच्छा लाभ मिल रहा है। केंद्र सरकार की तरफ से भी उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए सहायता मिल रही है ताकि वे खेती के दायरे को बढ़ा सकें और अधिक धन कमा सकें। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
फार्महाउस बना है चर्चा का विषय
आजकल इटावा शहर का 1 फार्महाउस चर्चा का पात्र बना हुआ है । इस फार्महाउस में हाइड्रोपोनिक (Hydroponic) तकनीक को अपनाकर 5000 स्क्वायर फीट में सब्जियों को उगाया जा रहा है। इस फार्महाउस में आपको बहुत ही ऐसी सब्जियां मिलेंगी जो विदेशी है और यहां विशेष मौसम में ही उगाई जा रही है। इन सब्जियों को उगाने के लिए हाइड्रोपोनिक (Hydroponics) तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसमें किसी भी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं हो रहा है इन्हें केवल बैक्टीरिया रहित RO वाटर के द्वारा तैयार किया जा रहा है। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
विदेश से देश लौट शुरू की खेती
इटावा में इस खेती को पहली बार किया जा रहा है इस खेती को 25 वर्षीय पूर्वी मिश्रा (Poorvi Mishra) कर रही है जो विदेश से पढ़ाई कर इंडिया वापस आई है। उन्होंने यूके (UK) से एमबीए (MBA) की डिग्री हासिल करने के बाद हीरो कंपनी की मार्केटिंग का कार्य किया है। जब कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन लगा और व्यापार प्रभावित हुए तो वह अपने देश लौट आईं और यहां आकर उन्होंने हाइड्रोपोनिक फार्मिंग (Hydroponic Farming) का आईडिया सूझा। उन्होंने अपने इस आईडिया के बारे में अपने परिजनों से कहा और आज वह हाइड्रोपोनिक (Hydroponics) तकनीक को अपनाकर खेती कर रही है। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
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उगा रही हैं बहुत सी सब्जियां
वह अपने खेतों में सब्जियों के तौर पर चेरी टोमैटो, रोमानी, रेड ओक, बटर हेड, ग्रीक ओक, रेड कैप्सिकम, लोकरसि, सलेट्यूस, बेसिल, ब्रोकली, येलो कैप्सिकम के साथ बहुत से विदेशी सब्जियों को उगाती हैं। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
हाइड्रोपोनिक या सॉइलेस फार्मिंग
पूर्वी ने यह बताया कि इस तकनीक को अपनाकर अगर आप खेती करते हैं तो इसमें आपको मिट्टी की आवश्यकता नहीं है। आपको केवल नारियल का स्क्रैप एवं पानी का उपयोग करना होगा। हाइड्रोपोनिक फार्मिंग को सॉइलेस फार्मिंग भी कहते हैं। इसमें आपको एनएफटी टेबल लगाए हुए मिलेंगे जिसमें पानी का फ्लो होता है। वही पानी पुनः रीसायकल होता है और सब्जियों के निर्माण में इनका उपयोग होता है। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
बङे स्तर की तैयारी
उनके फार्म में उगाई गई सब्जियां होटल एवं रेस्तरां में सप्लाई किए जाते हैं। अपने आसपास के क्षेत्रों के अतिरिक्त उनकी सब्जियां आगरा एवं कानपुर में भी सप्लाई होती है। वह अपनी इस फॉर्मिंग से अच्छा खासा लाभ कमा रही है और इसे बड़े लेवल पर बढ़ाने की तैयारी में लगी है। -23-year-old Poorvi Mishra is coming to India from abroad and doing hydroponics farming
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