बहुत से ऐसे किसान भी होते हैं, जिन्हें खेती के बारे में खास जानकारी नहीं होती है। जैसे- फसल कैसे बेचनी है? सरकार उनके लिए क्या-क्या योजनाएं निकाल रही है? जानकारी के अभाव में किसानों को ज्यादा मेहनत करने के बावजूद भी मुनाफा नहीं हो पाता है। उनकी इस समस्या को दूर करने के लिए बिहार (Bihar) के पटना जिले के रहने वाले राजेश रंजन (Rajesh Ranjan) ने एक ऐप लॉन्च किया है। इसके जरिए किसान खेती से जुड़ी हर जानकारी ले सकते हैं। – Krishify
बनाया एक अनोखा ऐप
29 साल के राजेश किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं इसलिए उन्हें खेती के बारे में ज्यादा जानकारी है। उनके द्वारा बनाए गए इस ऐप से पिछले दो साल में 35 लाख से ज्यादा किसान जुड़े हैं, जिसमें ज्यादातर एक्टिव यूजर्स हैं। इस ऐप के जरिए किसान एक्सपर्ट्स से बातचीत कर सकते हैं और अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग भी कर सकते हैं। इसकी मदद से किसानों ने 200 करोड़ से ज्यादा का बिजनेस किया है।
अपना खुद का स्टार्टअप लॉन्च किया
साल 2015 में IIT खड़गपुर (IIT Kharagpur) से इंजीनियरिंग के बाद राजेश रंजन ने (Rajesh Ranjan) खुद का स्टार्टअप लॉन्च किया। इसमें वह रिटेल और सप्लाई चेन को लेकर काम करते थे। कुछ साल बाद एक बड़ी कंपनी ने उनका स्टार्टअप टेकओवर कर लिया। उसके बाद उन्होंने दो अलग-अलग कंपनियों में भी काम किया। राजेश कहते हैं कि नौकरी के दौरान मुझे यह लगा कि सिर्फ पैसा कमाना मेरा मोटिव नहीं हो सकता।
किसानों से मिलकर उनकी परेशानी को समझा
राजेश हमेशा से चाहते थे कि वह जिस क्षेत्र से आए हैं, उसके लिए कुछ करें। अगर वह ऐसा नहीं कर सकते फिर उनकी पढ़ाई और डिग्री का क्या मतलब? यह सोचकर उन्होंने साल 2019 में नौकरी छोड़ दी। उसके बाद उन्होंने बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान जैसे राज्यों के गांव का दौरा किया और वहां के किसानों से मिले। इस दौरान उन्हें पता चला कि ज्यादातर किसान खेती से कमाई नहीं कर पा रहे हैं, परंतु उनमें से कुछ किसान अच्छी कमाई कर रहे थे। ऐसे में वह सोचने लगे कि जब दोनों के लिए जमीन और क्लाइमेटिक कंडीशन एक है, तो आमदनी में इतना बड़ा फासला क्यों है? – krishify app
ऐप के जरिए मिलेगी खेती से जुड़ी सारी जानकारी
राजेश जब उन किसानों से मिले तो उन्हें पता चला की इन्हें खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी है, जिससे वह सरकार की योजनाओं का आसानी से लाभ ले पा रहे हैं और अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग भी कर पा रहे हैं। कुछ सालों से गांवों में भी स्मार्टफोन और इंटरनेट पहुंच गया है, जिसके मदद से किसान आगे बढ़ रहे हैं। यह देख राजेश रंजन ने (Rajesh Ranjan) फैसला किया कि एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया जाए, जिससे जुड़कर कोई भी किसान खेती से रिलेटेड जानकारी हासिल कर सके।
krishify ऐप की हुई शुरूआत
साल 2019 में राजेश ने करीब चार से पांच लाख रुपए के बजट से krishify नाम से अपना स्टार्टअप लॉन्च किया। राजेश बताते हैं कि सोशल मीडिया पर हम लगातार अपडेट करते रहते हैं। शुरुआत में वह जिन किसानों के पास गए, उन्हीं किसानों से होते हुए आज इतना बड़ा नेटवर्क बन गया। अब किसान भी हमारे ऐप को आपस में शेयर करते रहते हैं। राजेश बताते हैं कि हम लोग भी ऐप का इस्तेमाल करने वाले किसानों की राय को सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं।
35 लाख से ज्यादा किसान जुड़ चुके है krishify ऐप
राजेश बताते हैं कि हमारा ऐप यूजर फ्रेंडली है और हिंदी भाषा में है। इससे किसानों को लैंग्वेज की दिक्कत भी नहीं होती। इस ऐप से मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार, यूपी, महाराष्ट्र सहित पूरे भारत से 35 लाख से ज्यादा किसान जुड़े हुए हैं। जल्द ही यह ऐप स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध होगा। यह एक तरह से किसानों का फेसबुक है, जिसके जरिए वह खेती से जुड़ी हर तरह की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। – krishify app
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krishify ऐप के जरिए किसानों की मदद की जाती है
राजेश के अनुसार इस ऐप के जरिए किसान एक दूसरे से दोस्ती कर सकते हैं और उनसे चैटिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा एक-दूसरे से अपनी दिक्कतें और जानकारियां भी शेयर कर सकते हैं। साथ ही यहां अपने प्रोडक्ट की मार्केटिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा सरकार द्वारा बनाई हर योजना की जानकारी यहां दी जाती है। कम पढ़े-लिखे किसानो को राजेश रंजन (Rajesh Ranjan) की टीम मदद करती है, जैसे फॉर्म भरने और जरूरी डॉक्युमेंट जुटाना आदि। उन्होंने प्रगतिशील किसानों का एक ग्रुप भी तैयार किया है, जो दूसरे किसानों की मदद करता है। – krishify app
krishify ऐप से जुड़ना है बेहद आसान
राजेश के बनाए इस एप से जुड़ने के लिए स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्टिविटी जरूरी है। गूगल प्ले स्टोर से krishify ऐप को डाउनलोड किया जा सकता है। उसके बाद मोबाइल नंबर ऐड करने के बाद OTP के जरिए उसका वैरिफिकेशन होता है और अपनी लोकेशन की जानकारी देनी होती है। फेसबुक की तरह ही उसमें उम्र, एजुकेशन, प्रोफेशन, इंटरेस्ट जैसे कॉलम होते हैं, जिसे भर कर किसान अपनी प्रोफाइल क्रिएट कर सकते हैं। – krishify app
krishify ऐप पूरी तरह मुफ्त है
राजेश कहते हैं कि हमारी टीम हर किसान से उसका फीडबैक भी लेती रहती है, जिससे उसकी दिक्कतों को समझा जा सके। राजेश की टीम में अबतक 24 लोग जुड़ चुके हैं, जिसमें अलग अलग बैकग्राउंड के एक्सपर्ट शामिल हैं, जो किसानों की मदद करते हैं और यह पूरी तरह मुफ्त है। राजेश रंजन (Rajesh Ranjan) बताते हैं कि कुछ कंपनियों के साथ हमारा टाइअप है, जिसके जरिए कमाई होती है। बड़े-बड़े डेयरी वाले या पशुपालक हमारे जरिए अपने मवेशी बेचते हैं, तो उनसे भी एक न्यूनतम चार्ज लिया जाता है। Rajesh Ranjan makes krishify app for connecting farmers