किसानों के विरोध प्रदर्शन आज हर ओर चर्चा है। हमारे देश में अगर किसान खेतों में फसल का उत्पादन करना बंद कर दें तो हर इंसान को भूखे रहना पड़ सकता है। किसान को अन्नदाता कहा गया है। इसका मतलब यही है कि अगर हम कुछ भी खाते हैं तो यह किसानों की बदौलत हीं है। हमारे देश के किसान कोई मौसम से मतलब नहीं रखते चाहे वह गर्मी हो या ठंडी या बरसात हो, वह अपनी मेहनत से खेतों में फसल उगाते हैं।
किसानों को अपने हक के लिए लड़ाई लड़नी पड़ रही है। जिसमें उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में वह हाईवे पर रहकर अपना दिन-रात व्यतीत कर रहे हैं। उन्हें खाने-खिलाने के लिए बहुत से व्यक्ति अपनी मदद कर रहे हैं। बहुत से लोगों ने उनके लिए जरूरमंद चीजों हेतु करोड़ों की राशि दान भी की है।
आज हम आपको किसान के विरोध प्रदर्शन में मदद करने के लिए किस तरह रोटी मशीन का उपयोग हो रहा है ये बताएंगे। वह मशीन 1 घण्टे में 2 हजार रोटियां बना रही है।
देश की राजधानी दिल्ली में किसान आंदोलन पर उतरे किसानों को बहुत सारी समस्याओं का समाधान के लिए आज व्यक्ति मदद कर रहे हैं। इस तीन कानून को वापस लेने के लिए बहुत बार बैठक हो चुकी है लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ जिससे किसान को राहत मिले।
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किसानों के लिए एक मशीन की व्यवस्था हुई है जिसका कार्य रोटी बनाना है। ये मशीन ऑटोमैटिक है। यह मशीन सिर्फ यहां ही नही बल्कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर और बहुत सारे गुरुद्वारा में पहले लग चुका है। यह मशीन कम समय से अधिक रोटियां बनाती है ताकि कम समय में ज्यादा लोग इसका सेवन कर सकें।
The Logically यह उम्मीद करता है कि जल्द हीं किसानों के लिए सरकार अपनी राय पेश करे और उनको उनका हक मिले।