Wednesday, December 13, 2023

जाति-धर्म के बंधन से मुक्त है तमिलनाडु का यह गांव, एक साथ खुशहाल रहते हैं लोग : Equality Village

हमारा देश भारत में विभिन्न प्रकार के धर्मों के लोग निवास करते हैं। सभी धर्मों के अलावें हम केवल हिंदू समाज की बात करें तो इनकी जाति प्रथा प्रमुख विशेषता है। लेकिन वर्तमान समय में लोग जाति प्रथा को समाज के कुरीतियों में से एक मानने लगे हैं। लोगों का कहना है कि, देश में जाति के आधार पर भेदभाव के बढ़ते मामले बड़ी चिंता का कारण हैं। —Equality Village in Tamilnadu

इसी समस्या को देखते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने 8 जून को शिवगंगा जिले में पेरियार निनैवु समथुवपुरम (पेरियार मेमोरियल इक्वेलिटी विलेज) के तहत 100 घरों का उद्घाटन किया, ताकि जो लोग जाति तथा धर्मों के भेदभाव से दूर रहना चाहते है वो एक ही स्थान पर विभिन्न जातियों और धर्मों के लोग के साथ खुशहाल रह सकें।

भेदभाव दूर करने के लिए उठाया सराहनीय कदम

हम जानते हैं कि हमारे देश को आजाद हुए सात दशक से भी अधिक समय हो चुका है लेकिन आज भी हम धर्मों तथा जातियों के भेदभाव के चंगुल में फंसे है। इन्हीं धर्मों तथा जातियों के भेदभाव के चंगुल से निकलने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने एक सराहनीय कदम बढ़ाया है। जी हां, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने 8 जून को शिवगंगा जिले में पेरियार निनैवु समथुवपुरम (पेरियार मेमोरियल इक्वेलिटी विलेज) के तहत 100 घरों का उद्घाटन किया, जिसमे सभी धर्मों तथा सभी जातियों के लोग एक साथ निवास कर सकते है।

इक्वेलिटी विलेज में दी गई सुविधाएं

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के द्वारा उठाए गए इस बेहतरीन कदम के लिए लोग उनकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। बता दें कि, मुख्यमंत्री के द्वारा उद्घाटित किए गए इस इक्वेलिटी विलेज में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं भी दी गई है। इस विलेज में 100 घर, पुस्तकालय तथा एक पार्क जैसी कई अन्य सुविधाएं भी दी गई हैं।

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मुख्यमंत्री के पिता ने पेश की थी समथुवपुरम आवास योजना

बता दें कि, सन 1997 में तत्कालीन मुख्यमंत्री स्टालिन के पिता एम. करुणानिधि द्वारा पहली बार समथुवपुरम आवास योजना को सामाजिक न्याय और समतावादी जीवन को बढ़ावा देने हेतु पेश की गई थी। जिसका यह उद्देश्य था कि ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां सभी धर्मों तथा सभी जातियो के लोग एक साथ रहें। वो जगह सभी सुविधाओं से लैस होना चाहिए ताकि लोग उसका लाभ बिना किसी भेदभाव के उठा सकें। —Equality Village in Tamilnadu

शुरू में तमिल समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी नायकर के नाम पर शुरू की गई थी योजना

शुरू में इस योजना का नाम तमिल समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी नायकर के नाम पर ‘पेरियार निनैवु समथुवपुरम’ दिया गया था तथा यह भी सुनिश्चित किया गया था कि 40 प्रतिशत अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय को, 25 प्रतिशत पिछड़ी जाति (बीसी) को, 25 प्रतिशत सबसे पिछड़ी जाति (एमबीसी) को और शेष 10 प्रतिशत अन्य जातियों को इस परियोजना के घर दिए जायेंगे।—Equality Village in Tamilnadu

₹3.5 करोड़ में हुआ इक्वालिटी गांव का उद्घाटन

मदुरै के निकट मेलाकोट्टई में पहला समथुवपुरम गांव 100 घरों के साथ स्थापित किया गया था तथा उस समय एक घर को बनाने में करीब 35,000 रुपए की लागत आई था तथा उस समय इस योजना में शामिल लाभार्थियों का चयन मेलाकोट्टई के आठ आसन्न गांवों से आय मानदंड के आधार पर किया गया था। अब पेरियार मेमोरियल इक्वेलिटी विलेज का उद्घाटन 3.5 करोड़ रुपए में किया गया है। यह गांव राज्य में 235वां और शिवगंगा जिले में नौवा स्थान पर है