Wednesday, December 13, 2023

बेटी को पढ़ाने के लिए लोगों ने पिता को दिया ताना, बेटी ने UPSC की परीक्षा में हासिल की 34वीं रैंक: प्रेरणा

एक पिता अपने बच्चों के सुनहरे भविष्य के लिए दिन-रात एक करके मेहनत करता है। साथ ही बच्चों को किसी भी चीज की कमी नहीं हो इसके लिए वह हर सम्भव कोशिश करता है और जब वहीं बच्चे बड़े होकर पिता का सपना सच करते हैं तो एक पिता के लिए उससे बड़ी कोई खुशी नहीं होती है। बच्चे जब सफल हो जाते हैं तो वह पिता के जीवन भर की सबसे कमाई होती है।

यह कहानी भी एक ऐसी ही बेटी की है जिसके सुनहरे भविष्य के लिए किसान पिता ने हर सम्भव कोशिश किया और बेटी ने भी SDM बनकर पिता के सपने को पूरा किया। हालांकि, यह अलग बात है कि बेटी की इस अपार सफलता को देखने और उसे गले लगाकर बधाई देने के लिए पिता की सांसे कम पड़ गई। Success Story of SDM Ritu Rani from Muzaffarpur, Uttar Pradesh.

कौन है वह लड़की?

हम बात कर रहे हैं SDM ऋतु रानी (SDM Ritu Rani) की, जो उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुज्जफरपुर (Muzaffarpur) की रहनेवाली हैं और उनके पिता का नाम स्वर्गीय वेदपाल सिंह है। उनके पिता एक किसान थे और उनके दो भाई भी किसान हैं। आप समझ सकते हैं कि एक किसान परिवार को आर्थिक स्थिति कैसी हो सकती है। आर्थिक स्थिति खराब होने के बावजूद भी ऋतु के पिता ने उनकी पढ़ाई में कोई कमी नहीं रखी।

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पिता की प्रेरणा से शुरु की UPSC की तैयारी

ऋतु के पिता ने बहुत ही मेहनत करके ऋतु की पढ़ाई का खर्च उठाया और उन्हें MBA की शिक्षा दी। MBA की शिक्षा ग्रहण करने के बाद ऋतु नौकरी करने लगी लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वह एक बड़ा अधिकारी बने और इसके लिए उन्होंने अपनी बेटी को संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। पिता द्वारा प्रेरित करने के बाद इस सपने को सच्च करने के लिए ऋतु ने एमबीए की नौकरी छोड़ UPSC की तैयारी के लिए दिल्ली चली गईं।

पिता की बीमारी के इलाज के लिए कर्ज में डूब गया परिवार

तैयारी के दौरान ही ऋतु के पिता की तबीयत खराब हो गई। ऐसे में पिता की बिमारी के इलाज के लिए पैसे उनका परिवार कर्ज के बोझ तले दबता गया। अब ऋतु के लिए भी दिल्ली रहकर तैयारी करना कठिन था क्योंकि एक किसान परिवार से होने के कारण आर्थिक स्थिति पहले से ही काफी दयनीय थी और पिता की बीमारी को वजह से आर्थिक स्थिति और अधिक खराब हो गई। ऋतु के लिए यह समय बहुत मुश्किल भरा था लेकिन उन्होंने हिम्मत से काम लिया।

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ऑल इंडिया 34वीं रैंक लाकर हासिल की सफलता

ऋतु ने खुद का खर्च उठाने के लिए ट्यूशन पढ़ाना शुरु किया। ट्यूशन पढ़ाने के साथ-साथ ऋतु UPSC की तैयारी भी करती थी लेकिन कई बार उन्हें निराशा हाथ लगी। हालांकि, ऋतु ने हार नहीं मानी और लगातार कठिन मेहनत करती रही और अन्ततः सफलता ने उनके कदम चूम ही लिया। साल 2019 में UPSC की परिक्षा में ऋतु को ऑल इंडिया 34वीं रैंक हासिल हुई। लेकिन बेटी की इस सफलता को देखने के लिए उनके पिता जिन्दा नहीं रहे, साल 2017 में उन्होंने अन्तिम सांस ली।

लोगो ने मारा था ताना

हालांकि, ऋतु की सफलता के लिए उनके पिता को एक बड़ी रकम चुकानी पड़ी थी। दरअसल, ऋतु के पिता ने जब उन्हें पढ़ने के लिए बाहर भेजा था लोग उन्हें यह कहकर ताना मारा करते थे कि, ‘जैसे लगता है इनकी बेटी कलेक्टर बनेगी।’ इतना ही नहीं जब ऋतु को कई बार असफलता मिली तो लोगों ने और अधिक ताने देना शुरू कर दिए लेकिन ऋतु के पिता अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए समाज की तानों को सहते रहे और साथ अपनी बेटी को हमेशा आगे बढ़ने के लिए उत्साहित करते थे।

ऋतु (SDM Ritu Rani) ने UPSC की परीक्षा में सफल्ता हासिल करके उन सभी लोगो के मुंह एक करारा तमाचा मारा जो लोग ताना मारा करते थे। साथ ही वह अपनी इस उपलब्धी से अनेकों लोगों के लिए प्रेरणा की मिसाल कायम की। The Logically उन्हें इस सफलता के लिए ढेर सारी बधाई देता है। Success story of SDM Ritu Rani From Muzaffarpur, Uttar Pradesh.