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किसान पिता ने लोगों के ताने सुन-सुनकर बेटी को पढ़ाया, बेटी SDM बनकर पिता के सपनों को पूरा किया

Success story of SDM Ritu Rani From Muzaffarpur, Uttar Pradesh

एक बेटी का पिता चाहता है कि वह अपने बेटी को उच्च शिक्षा हासिल कर बड़ी उपलब्धि हासिल कराए। अपने बच्चे को काबिल बनाने के लिए पिता दिन-रात मेहनत करता है और जब वही बच्चे सफल हो जाते हैं तो उनके खुशी का ठिकाना नहीं रहता। आज हम आपको एक ऐसे पिता तथा बेटी के विषय में बताएंगे जिन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाने के लिए खेती-गृहस्थी की और आज अपनी बेटी को SDM बनाया।

ऋतु रानी (Ritu Rani) की कहानी

वह लड़की है ऋतु रानी (Ritu Rani) जिनके पिता ने खेती किसानी से अपनी बेटी को एसडीएम (SDM) बनाया। जब उनकी बेटी सफल हुई तो पिता खुशी से फुले नहीं समाते लेकिन दुःखद बात यह थी कि वह पिता जीवित नहीं थे कि अपनी बेटी की पीठ थपथपाकर शाबाशी दें। ऋतु रानी (Ritu Rani) यूपी (UP) के मुजफ्फरनगर से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता का नाम वेद पाल सिंह है। वह चाहते थे कि अपनी बेटी को पढ़ाकर उच्च पोस्ट दे। जब उन्होंने अपनी बेटी को शहर भेजा तो उन्हें लोगों ने बहुत कुछ सुनाया। -SDM Ritu Rani

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लोगों ने सुनाया ताना

लेकिन उन्होंने सभी की बातों को इग्नोर किया और अपनी बेटी को यह दिलासा दिया कि वह आगे बढ़ते रहें। लोगों ने उन्हें इतना ही कहा कि क्या तुम अपनी बेटी को शहर भेज रहे हो तो वह कलेक्टर बन जाएगी जरूरी ही है। परंतु लोगों को यह नहीं पता था कि यह ऋतु एक दिन अपनी कामयाबी को हासिल कर लोगों के मुंह पर जोरदार तमाचा जड़ देगी। हालांकि अपने इस उपाधि हासिल करने के लिए ऋतु ने जी तोड़ मेहनत किया। -SDM Ritu Rani

शुरू किया यूपीएससी की तैयारी

ऋतु के पिता खेती कर अपना काम चलाते थे। जब उन्हें ये पता चला कि उनकी बेटी पढ़ने में तेज-तर्रार है तो उनका मनोबल बढ़ा। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा संपन्न की और आगे एमबीए की डिग्री हासिल करने जॉब करने लगी। उनके पिता यह चाहते थे कि उनकी बेटी यूपीएससी की तैयारी करें इसीलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी प्रारंभ कर दी। -SDM Ritu Rani

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किया यूपीएससी क्रैक

ऋतु के ऊपर मुश्किल है तब आई जब उनके पिता बीमार हुए। उन्होंने दिल्ली में जाकर अपनी तैयारी शुरू की एवं ट्यूशन कोचिंग पढ़ाने लगी ताकि कुछ पैसा इकट्ठा कर सकें ताकि पिता का इलाज करे। हालांकि उनके भाइयों ने रितु का समर्थन किया कि वह अपने सपने को साकार करें। रितु ने अपने सपने को साकार तो कर लिया परंतु इस खुशी में उनके पिता शामिल नहीं थे क्योंकि उनका इंतकाल हो चुका था। -SDM Ritu Rani

बनीं एसडीएम

ऋतु ने मेहनत किया और वर्ष 2019 में यूपीएससी की परीक्षा में 34वीं रैंक हासिल की। जिसके बाद वह एसडीएम बनी। आज उन्होंने अपने नाम के साथ अपने पिता तथा मुजफ्फरनगर का नाम रौशन किया कर सभी युवाओं के लिए उदाहरण बनी हैं। -SDM Ritu Rani

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