मनुष्य अपनी कड़ी मेहनत से कुछ भी कर सकता है। इस बात के उदाहरण आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra) हैं। झोपड़ी में रहने वाले आर्यन आज भारत सरकार के सलाहकार बन चुके हैं। सोशल मीडिया (social media) के जरिए आर्यन की कहानी लोगों तक पहुंच रही है। ह्यूमन ऑफ बॉम्बे (Human of Bombay) के आधिकारिक इंस्टाग्राम पर एक रील वीडियो के जरिए आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra) की पूरी कहानी साझा की गई है।
आर्यन का सफर
उस रील वीडियो में आर्यन के परिवार से लेकर उनकी पढ़ाई का सफर सबकुछ दिखाया गया है। आर्यन शुरूआत में अपने परिवार के साथ झुग्गियों में रहते थे। 14 साल की उम्र में आर्यन एक साइबर कैफे में पढ़ाई करते हुए पहली ‘क्षुद्रग्रह’ (asteroid) की खोज किए थे। उस रील के साथ कैप्शन में यह भी लिखा गया है कि यह मायने नहीं रखता कि आप कहां से हैं? अपने सपनों में भरोसा रखें, कड़ी मेहनत करें और सितारों को निशाना बनाएं।” आर्यन की कहानी कई युवा को प्रेरित भी कर रही है।
सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर यह पोस्ट खूब तेजी से वायरल हो रही है। लोग इस पर अलग-अलग प्रकार की राय दे रहे हैं। किसी ने आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra) को उनके आने वाले दिनों के लिए शुभकामनाएं दी, तो कुछ ने उनके काम की तारीफ की। एक इंस्टाग्राम यूजर ने ‘वाह’ लिखकर कहा, “यह सबसे प्रेरणादायक कहानियों में से एक थी, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर देखा है।” वही एक इंटरनेट यूजर ने बड़े गर्व से लिखा कि आर्यन और मैं एक ही स्कूल में पढ़े हैं।
आर्यन की जीवनी कथा प्रेरणादायक है
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए इस रील वीडियो में आर्यन मिश्रा (Aryan Mishra) को नौकरी से निकाले जाने से लेकर उनके संघर्षों की पूरी जानकारी दी गई थी। आर्यन ने अपने जीवन में कभी हार नहीं मानी। उनकी जब नौकरी चली गई, तब वह निराश होकर नहीं बैठे बल्कि उन्होंने अपना खुद का काम शुरू कर लिया। वह बिरयानी के स्टॉल लगाने लगे। इस पोस्ट में उनके बिरयानी स्टॉल की भी पूरी डिटेल्स दी गई थी।
Comments are closed.