हर माता-पिता की ख्वाइश होती है कि उनके बच्चे पढ़-लिखकर सफलता की ऊंचाईयों को छुएं और एक आराम से जीवनयापन करें। ऐसे में जब बच्चे सफल होते हैं तो माता-पिता समेत पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ जाती है। एक परिवार की दो बेटियों ने भी सफलता हासिल करके माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
दो बहनों ने एक साथ पाई सफलता
सफलता की यह कहानी है उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस जिले के सहपऊ कस्बा के मोहल्ला बनियान की रहनेवाली दो बहनो की जिनका नाम प्राची वार्ष्णेय और आयुशी वार्ष्णेय है। एक यूपी पुलिस में दारोगा बनी तो दूसरी NEET की परीक्षा में सफलता हासिल की है।
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बेटा और बेटी में नहीं किया फर्क
बन्दायू से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाली आयुषी और प्राची की सफलता पर उनके पिता वेदप्रकाश वार्ष्णेय जो की रिटायर्ड पुलिस निरिक्षक हैं, ने कहा कि उनकी तीन बेटियां हैं और उन्होंने कभी भी बेटा और बेटी में अंतर नहीं समझा है। उनकी एक बेटी शिक्षक बनना चाहती है जबकि छोटा बेटा अभी 12th कक्षा में है।
सपने को पूरा करने के लिए जारी रहेगी मेहनत
आयुषी का सपना है कि डॉक्टर बनकर गरीबों और जरुरतमंदों की सेवा करना चाहती हैं। वहीं प्राची का सपना अधिकारी बनने का है इसलिए वह यूपी पुलिस (UP Police) में SI बनने के बाद भी मेहनत जारी रखेंगी ताकि अपना सपना पूरा कर सके।