हमारे देश में किसान कई तरीकों से खेतों में खेती करते हैं। जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा मिलता है। वे विभिन्न प्रकार की तकनीकों, तरीकों से खेती कर सफलता सिद्ध कर रहे हैं।
आज एक ऐसे किसान के बारे में हम बात करेंगे जिन्होंने अपनी मेहनत के बल पर एक नयाब प्रयोग करके तरह-तरह की सब्जियां, फल और मसाले की फसलें उगाई रहे हैं। यह एक ऐसा मॉडल है जो हर मौसम में इसकी आय लगातार निश्चित रूप से संभव है।
अविनाश दांगी
अविनाश दांगी मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के रहने वाले हैं। इन्होंने खेती करने के लिए एक नायाब ही मॉडल तैयार किया। यह एक ऐसा मॉडल है जो मौसम के हिसाब से इसकी आय निश्चित रूप से संभव होती है। अविनाश दांगी का यह मॉडल “मल्टी लेयर, मल्टी क्रॉप, फ्रूट फॉरेस्ट, फैमिली, फॉर्मिंग मॉडल” है। इस मॉडल से अविनाश दांगी को काफी अच्छा मुनाफा होता है और इस मॉडल से कृषि भूमि पर्यावरण और किसान के साथ सीधा लाभ मिलता है। वे बताते हैं कि इस मॉडल को अपनाने से सिंचाई जल का सदुपयोग और कम लागत से काफी अच्छा उत्पादन होता है। और साथ ही साथ समय की भी बचत होती है। वे कहते हैं कि इस मॉडल से परिवार अपने जरूरत के अनुसार फसलों का उत्पादन एक ही जगह पर कर सकता है।
अविनाश दांगी इस मॉडल की शुरुआत पिछले वर्ष जून से ही शुरू किया था जो जून 2022 तक की अवधि वाली है। अविनाश इन 1 वर्ष में 70 तरह का फसलों की खेती कर रहे हैं। जिसमें इन्होंने 18 तरह की सब्जी 32 तरह के फल और 4 तरह के मसाले वाली फसलें लगाए हैं। इन्होंने इन फसलों को अपने खेतों में इस तरह लगाया है कि हर एक फसल दूसरी फसल को सहयोग करेगा। यह फसल लगभग 360 फीट लंबी और 21 कतार में है। अविनाश फिलहाल अपने इस मॉडल में 53 फसलें लगाई है। और यह मॉडल कृषि और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों के सहयोग से तैयार कर रहे हैं।
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अविनाश दांगी ने पिछले वर्ष जून से दिसंबर तक में हरा धनिया, मूंगफली, गेंदा फूल, उरद तथा स्वीट कॉर्न की फसल उप जा चुके हैं। इन फसलों से इन्हें लाखों रुपए का मुनाफा हुआ है। अविनाश दांगी एक परिवार को ध्यान में रखकर अपनी इस मॉडल से फल सब्जी अनाज और दाल का उपज कर रहे हैं। अभी फिलहाल इन्होंने मौसम के अनुसार फसलें लगाई हैं। जिससे ड्रिप और फ्लड सिंचाई का उपयोग किया जा रहा है।
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अविनाश दांगी अपनी इस मॉडल से फास्ट फूड में उपयोग होने वाले सब्जियों का भी उत्पादन कर रहे हैं। वे अपने देश में होने वाले सब्जियों के साथ-साथ दक्षिणी चीन और पूर्वी एशिया में पैदा होने वाले सब्जी भी अपनी इस मॉडल में उगाया है। इन्होंने अपने इस मॉडल में बरबटी, फ्रेंच, ग्रीन एंड लेट्यूस, बाकला, ग्रीन और ब्लैक बॉकचोय, फ्रेंच बींस, फूलगोभी, हरीपत्ता गोभी, सफेद मूली, लाल पत्ता गोभी, पर्पल एवं ऑरेंज में फूलगोभी, मेथी और पालक जैसे प्रमुख फसलें उगाते हैं। इसके साथ साथ खेतों में पपीता सुरजना केला और सीताफल भी हैं। इसके साथ ही उन्होंने नींबू, आम, संतरा, हरा आबला जामुन, अनार, वॉटर एप्पल, लीची, चेरी, फलसा काजू, अमरूद, नारियल, मौसमी तथा रामफल के पौधे भी लगाए हैं। वर्तमान में चना, हल्दी, अरहर और अदरक यह सब फसलें तैयार होने वाली है। इन सभी फसलों को पक जाने के बाद इसके जगह पर धनिया, टमाटर, खीरा, करेला, मूंग और औषधियों की फसल लगाने की तैयारी में लगे हैं।
अविनाश दांगी को इस मॉडल से खेती करते देखकर इन्हें पांच जिला स्तरीय पुरस्कार और पांच निजी कंपनियों के पुरस्कार के साथ साथ जैव विविधता के क्षेत्र में राज्य स्तरीय सम्मान और ऑर्गेनिक इंडिया द्वारा साल 2019 में नेशनल फाइन लिस्ट की टॉप टेन की सूची में शामिल किया गया।
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