दार्जिलिंग (Darjeeling) भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों (Tourist Place) में से एक है। यह भारत के पश्चिम बंगाल राज्य का एक हिल स्टेशन है। दार्जिलिंग का अर्थ दो शब्द से मिलकर के व्रज और लांगिंग से मिलकर के बना है इसका मतलब है ब्रज की भूमि या फिर भूमि का टुकड़ा। दार्जिलिंग की खूबसूरती और यहां के ऊंचें-ऊंचे पहाड़ों को देखकर के इसे पहाड़ों की रानी भी कहा जाता है। दार्जिलिंग की हसीन वादियां यहां पर चलने वाली टॉय ट्रेन, चाय का बागान और यहां की हरियाली जो लोगों को अपनी ओर काफी आकर्षित करती है। आज हम आपको बताएंगे दार्जलिंग के कुछ फ़ेमस जगहों के बारे में (Famous Places to Visit in Darjeeling)
दार्जिलिंग खास करके दो चीजों के लिए काफी मशहूर है पहला विश्व की सबसे ऊंची चोटी कंचनचंगा और दूसरा यहां के चाय का बागान के लिए यह काफी मशहूर है। इसके साथ-साथ दार्जिलिंग में और भी कई ऐसे स्थान है जिसे देखने के काफी संख्या में लोग आते रहते हैं। अगर आप गर्मियों की छुट्टी में कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप दार्जिलिंग जैसे खूबसूरत वादियां यहां की हरियाली चाय का बागान जैसे अन्य और भी दार्जिलिंग के स्थानों को घूमकर के आनंद उठा सकते हैं। आज हम आपको दार्जिलिंग के कुछ ऐसे स्थान के बारे में बताएंगे जहां घूमकर काफी आनंद उठा सकते हैं।
- दार्जिलिंग की मशहूर ऑब्जर्वेटरी हिल (Observatory Hill Darjeeling)
ऑब्जर्वेटरी हिल दार्जिलिंग के मॉल रोड के पास अवस्थित है। दार्जिलिंग की यह स्थान धार्मिक स्थानों में प्रमुख है। यहां पर बौद्ध धर्म का स्मारक तथा भगवान शिव जी का काफी प्रसिद्ध मंदिर है। ऑब्जर्वेटरी हिल जाने के लिए इसका रास्ता घुमावदार घाटी से होकर के जाति है। इस घुमावदार रास्ते से चलते वक्त यहां की हसीन वादियां का आनंद ले सकते हैं। इस रास्ते में आपको एक गुफा भी मिलेगी। भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आपको लगभग 15 मिनट पहाड़ों पर चढ़ना पड़ेगा। इस पहाड़ पर चढ़ कर के आप यहां के सौंदर्य और शुद्ध वातावरण का आनंद उठा सकते हैं।
- रॉक गार्डन (Rock Garden Darjeeling)
रॉक गार्डन हिमालय के पहाड़ियों के बीच में स्थित है जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। यह रॉक गार्डन दार्जिलिंग से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। रॉक गार्डन को बार बोटी गार्डन भी कहा जाता है जो आने वाले पर्यटक छुट्टियों में आकर के यहां पिकनिक मनाते हैं और यहां के खूबसूरती का आनंद उठाते हैं।
रॉक गार्डन में हर साल काफी अधिक संख्या में पर्यटक यहां घूमने आते हैं और यहां के पहाड़ों घाटियों तथा गार्ड इनका भरपूर आनंद लेते हैं। इस गार्डन में अनेकों तरह के रंग-बिरंगे फूल लगे हुए हैं जो यहां की खूबसूरती को काफी बढ़ा देती है। इस रॉक गार्डन का रास्ता काफी ढलान है और ढलान के नीचे एक झील है। इस गार्डन में एक म्यूजिकल फब्बारा भी लगाया गया है। अगर आप इस स्थान पर जाते हैं तो यह स्थान काफी शांत और सुंदर है जिसे देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
- टाइगर हिल (Tiger Hill Darjeeling)
टाइगर हिल जो दार्जिलिंग से 11 किलोमीटर दूर स्टेशन के पास अवस्थित है। टाइगर हिल दार्जिलिंग की सबसे ऊंची चोटी कंचनचंगा के बाद सबसे ऊंचा और बड़ा चोटी टाइगर हिल ही है। टाइगर हिल पहाड़ इतना ऊंचा है कि आप दार्जिलिंग शहर का पूरा नजारा इस टाइगर हिल से देख सकते हैं। इसके साथ-साथ इसकी ऊंचाई इतनी है कि इस पहाड़ पर चढ़ने पर सूर्य काफी नजदीक दिखाई देता है और आप जब इस पहाड़ पर चढ़ेंगे तब आपको ऐसा महसूस होगा कि आप इस पहाड़ पर से सूर्य को छू सकते हैं। (Famous Places to visit in Darjeeling)
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टाइगर हिल पहाड़ की ऊंचाई लगभग 8482 फीट है। सर्दियों की मौसम में यह टाइगर हिल काफी खूबसूरत और आकर्षित दिखता है जब पहाड़ों पर सफेद बादल आती है तो ऐसा लगता है कि यह हिल सफेद चादर से ढका हुआ है इसके साथ-साथ सर्दियों के मोसम में यहां काफी बर्फबारी होती है जिसकी वजह से यहां के पेड़ों पर बर्फ जम जाते हैं यह नजारा काफी देखने लायक होता है अगर आप इस हिल पर चढ़ते हैं तो आपको लगभग 1 घंटे का वक्त लग जाएगा। यहां का वातावरण काफी शुद्ध है।
- सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान:-
सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान दार्जिलिंग के पहाड़ियों, घाटियों, घने जंगलों से घिरा हुआ है। जो यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है। दार्जिलिंग के इस सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान में चिंकारा, हाथी, पैंगोलिन, तेंदुआ, हिमालयन ब्लैक बियर, हिरण, ब्लैक पैंथर, क्लाउडेड जैसे और भी अन्य प्रजाति के जीवो को रखा गया है। दार्जिलिंग का यह स्थान सिंगालीला करीब 78.46 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है तथा समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3630 मीटर है। दार्जिलिंग का यह सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान लोगों को अपनी ओर काफी आकर्षित करता है और यहां हर वर्ष लोग भारी संख्या में घूमने आते हैं सिंगालीला राष्ट्रीय उद्यान मैं ट्रेनिंग भी करवाई जाती है जो काफी चर्चित है।
- चाय के बागान (Tea Garden Darjeeling)
दार्जिलिंग चाय के लिए काफी मशहूर है। जैसे ही आप दार्जिलिंग के जमीन पर पैर रखेंगे वैसे ही आपको यहां के चाय की खुशबू आने लगेगी। दार्जिलिंग के ढलान मैदान में काफी भरपूर मात्रा में चाय की खेती की जाती है। यहां लगभग 80% हिस्से में चाय की खेती की जाती है। जब आप दार्जिलिंग घूमने आएंगे तब आपको यहां चाय के कई प्रकार देखने को मिलेंगे।
यहां कई तरह के चाय की खेती की जाती है जिसमें से कुछ प्रमुख हैप्पी वैली टी एस्टेट, गोमती टी एस्टेट, चामोंग टी एस्टेट, मकाबिरी टी एस्टेट, और ग्लेनवर्न टी एस्टेट, जैसे चाय की खेती की जाती है इसके अलावा यहां और भी अन्य प्रकार के चाय की खेती होती है अगर आप दार्जिलिंग घूमने आते हैं तो यहां के चाय के बागान का आनंद उठा सकते हैं। यहां की हरियाली और सुंदरता को देखकर के आप काफी मनमोहित हो जाएंगे।
- रोपवे की यात्रा (RopeWay Darjeeling)
दार्जिलिंग की यह रोपवे यात्रा काफी मशहूर है। यात्रा यहां आने वाले पर्यटकों के लिए लगाई गई है जिसे आने वाले पर्यटकों को असुविधा न हो। यह रोपवे कार पर्यटकों को दार्जिलिंग की सैर कर आती है। रोपवे यात्रा यानी केवल कार की शुरुआत साल 1968 में किया गया था इस कार में लगभग छः यात्री बैठ सकते हैं। इससे साथ-साथ पर्यटकों के लिए यह भी सुविधा दी गई है कि अगर आप केवल कार में यात्रा कर रहे हैं तो इसके आसपास बने पहाड़ी कैफ में आप खाना पीना खाकर आराम भी कर सकते हैं।
यह केवल कार दार्जिलिंग के पहाड़ियों और चाय के बागान की सुंदरता को देखने के लिए बनाई गई है। या केवल कार सोनमारी के नॉर्थ पॉइंट से होते हुए सिंगला बाजार तक का सफर करवाती है। जब यह केबल कार नहीं था तब लोग यहां के खूबसूरत वादियों का आनंद नहीं ले पाते थे। परंतु आज इस केबल कार से यात्री उस स्थान पहुंच जाते हैं जो कभी उस स्थान पर पहुंच पाना असम्भव था। यह केबल कार से दार्जिलिंग की मशहूर चाय का बागान और यहां के बेहतरीन खूबसूरती को देखा जा सकता है।
- संदकफू पहाड़ी (Sandkaphu Darjeeling)
दार्जिलिंग की सबसे प्रमुख पहाड़ियों में से एक संदकफू पहाड़ी को माना जाता है। इस संदकफू पहाड़ी ही एक ख़ास विशेषता है। संदकफू पहाड़ी से दुनिया की पांच सबसे ऊंची चोटी मे से चार चोटी के निराला दृश्य को देखा जा सकता है। संदकफू पहाड़ी पर चाहने के लिए आपको अपने शरीर से काफी हिस्ट पुष्ट होना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि इस संदकफू पहाड़ी पर चढ़ना काफी मुश्किल है। संदकफू पहाड़ी की उचाई लगभग 11491 फीट है।
संदकफू पहाड़ी को जहरीली पौधे की चोटी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस पहाड़ में कोबरा लिली के बहुत सारे फूल पाए जाते हैं। जो काफी जहरीले होते हैं। संदकफू पहाड़ी रोडोडेंड्रोन और मैगनोलियास कि साथ-साथ यहां के हरियाली घाटी की वजह से यह स्थान देखने में कॉफी सुंदर और आकर्षित लगता है। अगर आप दार्जिलिंग घूमने आते हैं तो इस स्थान का आनंद अवश्य उठाएं।
- बतासिया लूप (Batasia Loop Darjeeling)
बतासिया लूप दार्जिलिंग का एक प्रमुख पर्यटन स्थल माना जाता है। बतासिया लूप का अर्थ खुली जगह होता है। यह बतासिया लूप दार्जिलिंग से लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। इस प्रमुख पर्यटन स्थल को घूमने के लिए टॉय ट्रेन की सुविधा दी गई है। इस टॉय ट्रेन से आप बतासिया लूप के सुंदर दृश्य तथा यहां के हसीन वादियों का आनंद ले सकते हैं। इस बतासिया लूप की खास टॉय ट्रेन है जो टॉय ट्रेन की ट्रैक 360 डिग्री पर घूमती है।बतासिया लूप के प्रवेश में एक गुफा बना हुआ है जहां से ट्रेन गुजरती है।
बतासिया लूप के बीच में एक युद्ध स्मारक भी बनाया गया है। यह स्मारक गोरखा सैनिकों की याद में बनाया गया है जो युद्ध के समय अपना जीवन समर्पित कर दिया था। टॉय ट्रेन इस स्मारक से होकर के गुजरती है और यहां ट्राय ट्रेन कुछ समय के लिए रुकती है जिसकी वजह से पर्यटक इस स्मारक को अच्छी तरह देख सकें। इस बतासिया लूप में एक इको गार्डन भी है जिसमें आने वाले को तरह के जैविक पौधे के बारे में जानकारी दी जाती है। अगर आप दार्जिलिंग घूमने आते हैं तो इस स्थान का भ्रमण जरुर करें और इसके सुंदर दृश्य का आनंद उठाएं।
- साक्य मठ
दार्जिलिंग में बसा साक्य मठ जो तिब्बत के लोगों के लिए काफी प्रसिद्ध मानी जाती है। यह दार्जिलिंग से लगभग 8 किलोमीटर दूर स्थित है। साक्य मठ की स्थापना 1915 ईस्वी में किया गया था। इस साक्य मठ का नाम यिगा चौलिंग के नाम पर रखा गया था। इस मठ की खास बात यह है कि इसमें 15 फीट ऊंची मैत्री बौद्ध की प्रतिमा रखी गई है। कहा जाता है कि साक्य मठ का निर्माण मंगोलाई ज्योतिषी और सोकोपो शेरवा ग्योत्त्सा भिक्षु के द्वारा किया गया था।
यह मठ दिखने में काफी सुंदर और आकर्षित लगता है। यहां देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं और इस मठ की संरचना को देखकर काफी आश्चर्यचकित होते हैं। अगर आप दार्जिलिंग घूमने आए तो इस साक्य मठ स्थानों का आनंद जरुर उठाएं। इसकी संरचना और सुंदरता आपके मन को मोह लेगी।
- जापानी मंदिर (Japani Temple Darjeeling)
यह जापानी मंदिर दार्जिलिंग के खूबसूरती को काफी बढ़ा देती है। जापानी मंदिर के नाम से ही पता चलता है कि इस मंदिर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित होगी। दार्जिलिंग की यह जापानी मंदिर पूरी दुनिया में निर्मित 70 से अधिक शांति स्तूपों में से एक है। दार्जिलिंग की इस जापानी मंदिर को निप्पोजन मयोहोजी बौद्ध मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की स्थापना निचीदत्सु फुजी के द्वारा किया गया था।
दार्जिलिंग की यह जापानी मंदिर पहाड़ों के बीचों बीच इस स्थित है जो इन पहाड़ों और यहां के खूबसूरत वादियों के बीच बना दो मंजिला मंदिर के खूबसूरती को चार चांद लगा देती है। इस मंदिर में भगवान बुद्ध के चार अवतारों का चित्र भी बनाया गया है। जिसे देखने के लिए लोग देश-विदेश से आते हैं। इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर दो स्वर्ण रेंग के शेर देखने को मिलेंगे। इसके बाद आप प्रवेश द्वार से होकर के अंदर जाएंगे तो आपको भगवान बुद्ध की एक प्रतिमा दिखाई देगी और यह भगवान बुद्ध की प्रतिमा एक बड़े से प्राथना घर में स्थापित किया गया है।
इस मंदिर में भगवान बुद्ध की प्रार्थना दिन में दो बार किया जाता है। अगर आप इस प्रार्थना में सम्मिलित होना चाहते हैं तो आप सम्मलित हो सकते हैं। जब मंदिर में प्रार्थना शुरु होती है तो यहां एक बड़े से ड्रम बजाया जाता है। अगर आप दार्जिलिंग की यात्रा करते हैं तो आप इस जगह जाकर के यहां के खूबसूरती बौद्ध मंदिर और बौद्ध मंदिर में होने वाले प्रार्थना में शामिल हो सकते हैं।
अब आपको पता लग चुका है कि दार्जलिंग में घूमने के लिए बेस्ट जगहें कौन से हैं (Famous places to visit in Darjeeling) तो अगर आप गर्मियों में छुट्टी के प्लान तैयार कर रहे हैं तो आप एक बार दार्जिलिंग की यात्रा अवश्य करें। यहां के खूबसूरत नजारे चाय की खेती पहाड़ों की खूबसूरती तथा यहां के शुद्ध वातावरण का आनंद ले सकते हैं।