हमारा देश एक कृषि प्रधान है। जिस कारण यहां खेती में विभिन्न प्रकार के नवाचार आदि होते रहते हैं। कुछ किसान खेतों में सब्जियों की बुआई करते हैं तो कुछ अनाज और दलहन, तिलहन फसलों की। जिन्हें जिस फसल की खेती में लाभ मिलता है वह उसे ही अपनाते हैं और अपना खेती करने का तरीका अन्य लोगों के साथ साझा भी करते हैं ताकि अन्य लोग भी इस तरीके को अपनाकर खेती से मोटी रकम की कमाई कर सकें।
वैसे तो हम सबने ये सुना है कि अगर आप अच्छी कमाई करना चाहते हैं तो कटहल की खेती (Jackfruit Farming) करना आपके लिए उचित होगा। कटहल का डिमांड हर अवसर से लेकर घर की रोजमर्रा जिंदगी में होता है। लेकिन कुछ लोग ये नहीं जानते हैं कि इसकी खेती कैसे की जाती है जिस कारण उन्हें इससे होने वाले लाभ के विषय में जानकारी नहीं होती। अगर आप भी ये जानना है कि कटहल की खेती किस तरह की जाती है और इसमें कितना लाभ है तो हमारे साथ जुड़े रहें। इस लेख में आप ये पढ़ेंगे कि कटहल की खेती के लिए उचित जलवायु और क्या-क्या आवश्यक चीजें हैं?? -jackfruit Cultivation
साथ ही आप एक वीडियो भी देखेंगे जिससे आपको इसकी बुआई से लेकर हार्वेस्टिंग तक का सारा प्रोसेस स्टेप-बाई-स्टेप समझ आ जायेगा। तो चलिए बिना देर किए जानते हैं इसके विषय में….
आप हमारे देश में पाई जाने वाली हर मिट्टी में आप कटहल (Jackfruit) की बुआई कर सकते हैं। हालांकि इसके लिए दोमट मिट्टी का चयन करना बेहद उपयोगी होता है। जानकारी के अनुसार हमारे देश के तमिलनाडु,आंध्रप्रदेश तथा असम में इसकी ज्यादातर खेती की जाती है। इसके अतिरिक्त बिहार, झारखंड तथा उत्तरप्रदेश तथा पश्चिमी बंगाल में भी खेती की जाती है। –Jackfruit Cultivation
इसकी खेती के लिए मिट्टी का pH मान 7-7.5 होनी चाहिए। आप चाहें तो इसके बीज तथा नर्सरी से पौधे को खरीदकर भी इसकी खेती कर सकते हैं। अगर आप बीज से इसके पौधे तैयार करते हैं तो 7-8 वर्ष में इसके पौधे में फूल आने लगेगा और ये फल देने लगेगा। वहीं अगर आप ग्राफ्टिंग के द्वारा इसकी बुआई की है तो 4-5 साल में ये पौधा तैयार हो जाएगा इससे फल मिलने लगेंगे। -Jackfruit Cultivation
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कोए में पाए जाते हैं पोषक तत्व
आप चाहें तो कच्चे कटहल को बेंचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं क्योंकि इससे विभिन्न प्रकार के डिश बनाए जाते हैं। वही अगर आप चाहे तो इसके पकने के बाद कोए से अलग कमाई कर सकते हैं। इसके कोए में आपको विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन, जिंक, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, तथा प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। कुछ लोगों को कटहल के कोए भी काफी पसंद आते हैं इसलिए इसका मार्केट में अधिक डिमांड होता है। -Jackfruit Cultivation
ऐसे करें कटहल की बुआई
आप इसके पालूर 1, पालूर 2, पी.पी. आई जोक, कोकन, प्रोलोपिक, स्वर्ण, तथा सिंदूर वरायटी की खेती कर सकते हैं। अगर आप इसकी खेती करना चाहते हैं तो इसके पौधों के बीच की दूरी 7-8 मीटर होनी चाहिए। आप 1 एकड़ में 150 पौधों को लगा सकते हैं। आप इसकी बुआई जून और जुलाई महीने में कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आप अपने खेत की जुताई कर सकते हैं फिर आगे इसके लिए आपको गड्ढे बनाने होंगे ताकि इसकी बुआई कर सकें। इसके गड्ढे की लंबाई 3 फिट और चौड़ाई भी 3 फिट होनी चाहिए। -Jackfruit Cultivation
अब आप गोबर के उर्वरक को इस गड्ढे में डालें या फिर मिट्टी को अच्छी तरह सुखाकर इसमें कर्बोंडजेम मिलाकर भी इसे गड्ढे में डाल सकते हैं। आप इसे अब ढ़क दें, लगाने से 1 माह से पूर्व ये काम आपको करनी है। अब आप नर्सरी से पौधे खरीदकर लाएं और जहां-जहां आपने गड्ढे बनाकर ढक्कर छोड़े हैं वहां इसकी बुआई करें। आप चाहें तो कटहल के कोए से भी पौधा तैयार कर सकते हैं, इसके लिए आप पक्के हुए कटहल से कोआ बाहर कर लें और उसे मिट्टी में दबा दें। ये पौधा जर्मीनेट होने में 15-18 दिन का वक़्त लग सकता है। -Jackfruit Cultivation
कुछ ही वर्षों में मिलने लगेगा फल
पौधा जो भी उसके लिए आपको एक सपोर्टिंग चीज चाहिए तो आप कोई बांस की डाली या फिर कोई अन्य लंबे आकार का डंडा उपयोग कर सकते हैं। ये डंडा सपोर्टिंग के लिए आवश्यक होता है ताकि पौधा अच्छी तरह तैयार हो जाए। अब आप कुछ वर्ष का इंतजार करें तो आपका पौधा तैयार होकर फल देने लगेगा। –Jackfruit Cultivation