आज के बिजी दौर में हर कोई अपने जीवन में इतना व्यस्त है कि दूसरो के बारे में सोचने के लिए उनके पास समय हीं नहीं है। लेकिन इस बिजी दौर में भी कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो दूसरों के लिए समय निकालते हैं तथा हर संभव गरीबों का भला करने के बारे में सोचते हैं।
आज हम आपको दिल्ली (Delhi) की रहने वाली 10वीं वर्ग की 15 वर्षीय छात्रा ईशानी अग्रवाल (Ishani Agarwal) से रूबरू कराने वालें हैं, जिन्होंने अपनी पॉकेट मनी को बचाकर गाजियाबाद के डासना इलाके में गरीब बच्चो के लिए लाइब्रेरी खोलकर एक बड़ा योगदान देने का काम किया है।
35 बच्चों के बैठकर पढ़ने के लिए बनाए किताबघर
ईशानी के मन में गरीब बच्चों के लिए पुस्तकालय खोलने का ख्याल तब आया, जब वे राजस्थान स्कूल के टूर में गई थीं। वहां जाकर उन्होंने देखा कि हमारे देश में आज भी बहुत बच्चे हैं जो उचित संसाधन नहीं मिलने के कारण शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे हैं।
स्कूल टूर से लौटने के बाद ईशानी ने वैसे बच्चों के लिए एक पुस्तकालय शुरू करने का फैसला लिया जो उचित संसाधन नहीं मिलने के कारण आज के दौर में भी शिक्षा से वंचित है।
अपनी पॉकेट मनी से शुरू किया किताबघर
ईशानी को अबतक अपने जन्मदिन, दीवाली, रक्षाबंधन पर मिलने वाले 1.50 लाख रुपये को बचाकर रखा था और इन्ही पैसों से उन्होंने बच्चो के लिए किताबघर बनाया। इस पुस्तकालय में एक साथ 35 बच्चे बैठकर किताब पढ़ सकते हैं।
यह भी पढ़ें:- 21 साल की कॉलेज छात्रा जो रविवार को मुफ्त में चलाती हैं बस, भारी वाहनों को चलाने की हैं शौकीन
बता दें कि, ईशानी तीन महीने पहले अपने माता-पिता के साथ एक कार्यक्रम में गई थीं, जहां उन्होंने अपनी जमा की पॉकेट मनी को जरूरतमंद बच्चों की मदद के योजना के बारे में एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास को बताया। उसके बाद एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने उन्हे डासना नगर पंचायत में स्थित सरकारी स्कूल के पास 15 साल से जर्जर पड़े बरात घर को किताब घर में बदलने के लिए सुझाव दिए।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया गया उद्घाटन
बहुत जल्द 15 साल से जर्जर पड़े बरात घर अच्छे से रिनोवेट होकर किताब घर में बदलकर तैयार हो गया और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गाजियाबाद के डीएम ने ध्वजारोहण के बाद किताब घर का उद्घाटन किया।
लोग कर रहे सराहना
ईशानी को इतनी कम उम्र में इतनी बड़ी सोच रखने की सराहना हर तरफ हो रही है। जिला प्रशासन ने भी इनकी खूब सराहना की। जहां हर कोई अपने जीवन में व्यस्त है वहीं एक कम उम्र की लड़की ने बड़ी सोच रखकर लोगों को हर तरफ से प्रेरित किया है।