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गेंदे के फूल अधिक मात्रा में उगाने के लिए रखें इन बातों का ध्यान: महत्वपूर्ण टिप्स

Marigold Farming

दिन-प्रतिदिन लोगों के बीच फूलों को लेकर डिमांड बढ़ता जा रहा है। इसलिए आज हमारे देश में कई जगहों पर विभिन्न तरह के फूलों की खेती की जा रही है। अगर हम व्यवसायिक फूलों की बात करें तो इसमें गुलाब और गेंदा का फूल अधिक उपयोगी है। आप गेंदे की खेती पूरे वर्ष कर सकते हैं। गेंदे के फूल का उपयोग सिर्फ सजावट ही नहीं बल्कि पूजा-पाठ के अतिरिक्त अन्य चीज़ों में भी होता है। इसके तेल का उपयोग कई प्रकार के सौंदर्य प्रोडक्ट के निर्माण में होता है। अगर आप भी खेती में गेंदे की बुआई करें तो आप इससे अधिक पैसा कमा सकते हैं।

खेती के लिए मिट्टी

आप चाहे तो किसी भी प्रकार की मिट्टी में गेंदे की बुआई कर सकते हैं। लेकिन अगर आप बलुई और दोमट मिट्टी में इसकी खेती कर सकते हैं। आपके मिट्टी का pH मान 6-7 के बीच होना सही माना जाता है। साथ ही आप ये भी ध्यान रहे कि यहां जल निकासी की उचित सुविधा हो क्योंकि जिस खेत मे पानी इकट्ठा होगा वहां फूलों की खेती में हानि हो सकती है। -Marigold Cultivation

ऐसे करें बुआई

गेंदे की बुआई से पूर्व आप खेतों की बुआई 2 से 3 बार जरूर करें ताकि मिट्टी भुरभुरी हो जाए। अब आप 2-3 मी. चौङी क्यारी बनाएं और ध्यान रहे क्यारियों के बीच की दूरी 2 फीट हो। आपको ये जानकारी होनी चाहिये कि गेंदे की बुआई से पूर्व इसके बीज को नर्सरी में बोआ जाता है फिर इसे खेत मे लगाया जाता है। नर्सरी में पौधे की बुआई के बाद लगभग इसे खेतो में बुआई के लिए तैयार होने में 1 माह का वक़्त लगता है इसलिए ये आवश्यक कि इसे ध्यानपूर्वक लगाएं। -Marigold Cultivation

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गेंदे के फूल की किस्में

गेंदे की फूल की किस्मों में पूसा नारंगी, रिवर साइड, पूसा बहार, गोल्डन येलो, सन जायंट, फायर ग्लो, डब्बलन, एप्रिकॉट, गोल्डन जुबली, सुपर चीफ, हिसार ब्यूटी, बटर स्कॉच, रस्टी रेड, पूसा दीप, फस्ट लेडी, गोल्ड लेडी, आदि अन्य कई किस्में शामिल है। ये किस्म हर क्षेत्र में हर मिट्टी में उगाई जाती है। -Marigold Cultivation

रखें सिंचाई का ध्यान

अगर आप फूलों की बुआई करें तो शाम के वक़्त का चयन करना सही होता है। इसके अगले दिन आपको सिंचाई करनी शुरू कर देनी है। हलांकि सिंचाई हल्की ही करनी है ताकि यहां ज्यादा पानी इकठ्ठा ना हो। अगर मौसम गर्मियों का हो तो 6 दिनों के अंतराल में पौधों को पानी दें और सर्दी का हो तो 8 दिनों में। अगर पानी अधिक हुआ तो भी पौधे को प्रॉब्लम होगा और अगर कम हुआ तो भी। -Marigold Cultivation

रखें गुड़ाई का ध्यान

पौधे की बुआई के लगभग 20 से 25 दिनों के अंतराल में एक बार आपको इसकी निराई एवं गुराई भी कर लेनी चाहिए फिर जब पौधा 45 दिनों का हो जाए तब आप खेतों की निराई एवं गुराई करें। इसमें जो खर-पतवार होंगे वह खत्म हो जाएंगे या फिर जो कीट लगे होंगे उसे बाहर निकाल देंगे। ऐसे आप का पौधा अधिक ग्रोथ करेगा और यह फूल भी उचित मात्रा में देगा। -Marigold Cultivation

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अब करें तुड़ाई

खेतों में फूलों के पौधे की बुआई की लगभग दो से तीन माह बाद आप इसे तोड़ सकते हैं। ध्यान रहे हैं फूल को शाम के वक्त ही तोड़ना चाहिए और आप इसे तोड़कर छायादार स्थान में रखें ताकि यह मुरझाए नहीं। फूलों की तुड़ाई के दौरान आपको इस बात का ध्यान रखना है कि फूल पूर्णतः विकसित हो जाए तभी इसे तोड़े नहीं तो जब इसमें कलियां लगीं हो तब इसे नही तोड़ना चाहिए। -Marigold Cultivation

कमा सकते हैं लाभ

अगर हम गेंदे की खेती की लागत के विषय में बात करें तो इसमें दो लाख के करीब खर्च आ सकता है। हालांकि यह आपके भूमि के आकार पर डिपेंड करता है जिससे कि कम स्थान में कम खर्चा आएगा। लेकिन आप इससे अधिक पैसा नहीं कमा सकते हैं। वहीं अगर आप खेती अधिक स्थान में करते हैं तो इसमें आपको लागत भी अधिक आएगी और आपको इसके लाभ भी अधिक मिलेगा। आजकल फूलों की डिमांड बढ़ जाने के कारण लोग फूलों की खेती से अच्छा खासा लाभ अर्जित कर रहे हैं। –Marigold Cultivation

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