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टमाटर की नर्सरी कैसे तैयार करें.? जान लीजिए इन आसान टिप्स को

Tips To Prepare Tomato Nursery At Home

अगर हम सब्जियों में टमाटर का सेवन करते हैं तो निश्चित है कि हमें आंखों, मधुमेह तथा ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मार्केट से खरीदी गई सब्जियों तथा फल विषैले होतें हैं क्योंकि उनको तैयार करने के लिए लोग केमिकल युक्त फर्टिलाइजर का उपयोग किया जाता है। इसलिए ज्यादातर लोग ये चाहते हैं कि वह अपने स्वयं के खाने योग्य फल तथा सब्जियां खुद के होम गार्डन में तैयार करें।

अगर आप भी ये जानना चाहते हैं कि आप किस तरह टमाटर का नर्सरी तैयार करें या फिर इसे कैसे अपने होम गार्डन में तैयार करें तो हमारे इस लेख पर अपना साथ बनाए रखें। इस लेख में आप ये पढ़ेंगे कि टमाटर के बीज अंकुरण से लेकर ट्रांसप्लांट तथा हार्वेस्टिंग कैसे करें। साथ ही यहां आपको एक वीडियो भी शेयर किया जाएगा जिससे आपको टमाटर की नर्सरी तैयार करने में मदद मिलेगी।

टमाटर के बीज रोपण के लिए आपको सबसे पहले एक ऐसे स्थान का चयन करना है जहां पर 4 घण्टे प्रॉपर धूप मिले। दूसरा इस बात का ध्यान रखना है कि यहां पानी (बारिश का एकत्रित) नहीं होनी चाहिए। फिर आप उस जमीन की गुड़ाई करें और फंजिसाइड का छिड़काव कर इसे मिट्टी में अच्छी तरह मिला दें। फिर आप प्रतिदिन मिट्टी को पलटते रहें ताकि इसमें प्रॉपर धूप लग जाए और आगे कोई भी फंगस लगने का चांस ना हो। इस प्रक्रिया को आपको 2-3 दिनों तक दोहराना है। अगर बरसात का मौसम हो तो आप इसे ढ़क दें ताकि पानी से मिट्टी की बचाव हो सके। आप इस मिट्टी से अच्छी तरह से खरपतवार तथा कंकड़ आदि का निरीक्षण कर उसे बाहर निकाल दें। अगर इसमें खर-पतवार रह जाता है तो इसमें फंगस लगने के चांस बनते हैं।

अच्छी तरह से बनाएं बीज की बुआई के लिए बेड

अब आप इस मिट्टी में थोड़ी कम्पोस्ट भी मिला दें। अगर आप 5 हजार बीज की बुआई करना चाहते हैं तो आपको लगभग 2.5-3 फीट चौड़ाई तथा 5-6 फीट लम्बाई रखनी है। आप इस जमीन को समतल कर लें जिसके बाद ये बीज लगने के लिए तैयार है। आपको एक और बात का ध्यान रखना है कि आपने बीज की बुआई के लिए जो बेड तैयार की है वह जमीन से 3 से 4 इंच ऊंची होनी चाहिए। ताकी अगर बारिश हो तो यहां पानी एकत्रित ना होकर नीचे की ढ़लान की तरफ गिर जाए। इससे आपके बीज में फंगस आदि का खतरा नहीं होगा।

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एसे करें बीज की बुआई

अब आपको इसमें बीज की बुआई करनी है। अगर आप इसकी बुआई रो में करना चाहते हैं तो इसके लिए रो के बीच की दूरी 2-3 इंच होनी चाहिए। आप चाहें तो अपने एक्सपीरियंस से इसको छिड़कते हुए भी आगे बढ़ सकते हैं। आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि आपके बीज एक ही जगह पर 1 से अधिक ना गिर जाए क्योंकि इससे आगे समस्या हो सकती है। ज्यादा बीज एक जगह गिरने से यह अंकुरित होने में दिक्कत करेगा या फिर इसका अच्छा ग्रोथ नहीं होगा।

अब आपको इस बीज के चारो तरफ फंजिसाइड का छिड़काव करना है। अब आपको अधिक मिट्टी में वर्मीकम्पोस्ट को मिलाकर इस बेड के ऊपर बीजों को कवर करते हुए छिड़क देनी है। इस बात का ध्यान रखना है कि ये ज्यादा कवर ना हो जाएं। फिर इस पर आपको कीटनाशक का छिड़काव करना है।

वीडियो यहाँ देखें:-👇👇

फिर आपको इसके ऊपर से जुट के बोरे को बिछाना है ताकि ये अच्छी तरह कवर हो जाए। इसके ऊपर आपको हल्की पानी का छिड़काव करना है। अब आपको लकड़ियों की सहायता से डूम (पौधों को ढ़कने के लिए घर) का निर्माण करना है और फिर इसे अच्छी तरह ढ़क देना है। सुबह आपको इस कवर को हटा देना है फिर इसकी अच्छी तरह सिंचाई करनी है और फिर इसे ढ़ंक देना है।

टेम्परेचर का रखें खास ध्यान

नर्सरी के दौरान आपको ये ध्यान रखना है कि आपके यहाँ का टेम्परेचर 42℃ से 44℃ ना हो। जब तापमान कम हो तब ही आप इसके बीज डालें या फिर आप अच्छी तरह शेड का निर्माण करके भी नर्सरी तैयार कर सकते हैं। अगर शरद ऋतु चल रही है तो आपका नर्सरी 20 या फिर और अधिक दिनों में तैयार होगा। वही अगर मौसम बरसात या फिर गर्मियों का हो तो बीज का जर्मीनेशन 4 दिनों में ही होना शुरू हो जाता है। जब बीज का जर्मीनेशन प्रारंभ हो जाए तो इसके ऊपर रखे गए जुट के बोरे को हल्के हांथो से उठा लें। ध्यान रहे ये कार्य बहुत सावधानीपूर्वक करनी है। फिर आपको इसकी हल्की सिंचाई करनी है।

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अब आप इसे ऊपर से फिर से कवर कर दें ताकि इसके जर्मीनेशन के लिए उचित मात्रा में टेम्परेचर मिलता रहे। फिर अगले सुबह आप इसकी सिंचाई करें। बहुत जल्द आप ये देखेंगे कि आपके बीज का जर्मीनेशन काफी अच्छी तरह से हो चुका है। आपको फिर इसे कवर करके रखना है ताकि टेम्परेचर कायम रहे। हालांकि इसमें हवा और धूप प्रॉपर मात्रा में जानी चाहिए ताकि बीज अच्छी तरह जर्मीनेट हो जाए। अब इसकी भरपूर सिंचाई करें वो भी शाम के वक्त। हलांकि इसमें आपको अधिक धूप नहीं लगने देना है दिन में भी इसे ढंककर ही रखना है।

पौधा ट्रांसप्लांट के लिए है तैयार

जब ये थोड़े ज्यादा बड़े हो जाएं तो सुबह के वक्त आप इसे 2 घण्टे के लिए धूप लगने दें। जब आपके पौधों में 2 या तीन पत्ते दिखने लगने तो आप इसमें धूप लगने दें। रात में इसे अवश्य ढकें ताकि इसपर बारिश का पानी ना गिर सके। अगर गर्मियों का मौसम है तो आपका पौधा 15 या फिर 16 दिनों में ट्रांसप्लांट के लिए तैयार होगा। वही अगर सर्दियों का मौसम है तो इसमें महीना लग सकता है। आप इसपड किटनाशक का छिड़काव करते रहे और सिंचाई भी।

अब आप इसे किसी कंटेनर में ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। इसके आप मिट्टी का निर्माण अच्छी तरह कर लें फिर आप इसे किसी भी कंटेनर जैसे गमला, ग्रो बैग, प्लास्टिक की बोतल या फिर टब में भी ट्रांसप्लांट कर सकते हैं। अब आप इसकी अच्छी तरह देखभाल करें जिससे आपका पौधा तैयार होकर फल देने लायक हो जाएगा। इस तरह आप स्वयं ही अपने खाने के लिए टमाटर अपने होम गार्डन में तैयार कर लेंगे। फिर आप इसकी हार्वेस्टिंग कर सकते हैं तथा शुद्ध एवं ताजी टमाटर का सेवन कर स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं।

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