Tuesday, December 12, 2023

हवा में जहाज ले जाने के बाद सो सकते हैं पायलट! जानिए एरोप्लेन से जुड़ी कुछ रोचक बातें जो आप नही जानते होंगे

आज का वर्तमान आधुनिक युग विज्ञान की देन है। हम अपने दैनिक जीवन संबंधी कई वस्तुओं का इस्तेमाल करते है। यह सारी चीज़ें , विज्ञान और प्रौद्योगिकी यानी टेक्नोलॉजी का दिया हुआ है। विज्ञान ने हमारे ज़िन्दगी और कार्य करने के तरीको को बदल कर रख दिया है। विज्ञान ने रोज़मर्रा के सुख -सुविधाओं के साधन मनुष्य को दिए है ,जिसके कारण हमारी ज़िन्दगी आसान बन गयी है। हम सौ फीसदी चीज़ें ,जिसका उपयोग हम रोज़ करते है ,विज्ञान द्वारा दी गयी है। (Interesting facts about Airplanes)

हम रेडियो,टीवी,स्पीकर इत्यादि का इस्तेमाल अपने मनोरंजन के लिए करते है। अगर टेलीफोन या स्मार्ट फ़ोन नहीं होता ,तो सोचिये हमे सन्देश भेजने में कितना वक़्त लग जाता। आज के युग में सबकुछ बहुत ही आसान हो गया है। आज विज्ञान ने मानव के सपनों को साकार कर दिया है। जो इंसान सोचता गया, विज्ञान उसे उपलब्ध कराता गया। आज बीसवीं सदी में मानव आकाश में भी उड़ने लगा। आज हम आकाश का सीना चीर थोड़े समय में कहाँ से कहाँ पहुँच जाते हैं। लोग दूर-दूर तक कम समय में पहुँचने के लिए हवाई जहाज की यात्रा करना काफी पसंद करते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि हवाई जहाज को हवा में ज्यादा ऊपर ले जाने के पायलट सो जाते हैं। यह कैसे संभव हो पाता है आइये जानते हैं। (Interesting facts about Airplanes)

हवाई जहाज में सो जाते हैं पायलट (Interesting facts about Airplanes)

हां यह सच है, हवाई जहाज जब ज्यादा ऊँचाई पर उड़ रही होती है तो पायलट अपने केबिन में सो जाते हैं और यह संभव हो पाता है
‘ऑटो पायलट मोड’ के कारण। ‘ऑटो पायलट मोड’ एक ऐसा तरीका है जिसमें हवाई जहाज खुद कंट्रोल होता है। केबिन में दो पायलटों के होने के कारण किसी भी प्रकार की दिक्कत नही होती है। दोनों पायलट बारी-बारी से नींद ले लेते हैं। ऑटोपायलट (ऑटोमैटिक पायलट) सिस्टम पायलट के बिना सीधे कंट्रोल्स को ऑपरेट किए बिना एयरक्राफ्ट को कंट्रोल करता है । इस तरह की प्रणाली को मानव पायलटों के काम के बोझ को कम करने के लिए विकसित किया गया है ताकि उनकी थकान को कम किया जा सके और लंबी उड़ानों के दौरान संचालन त्रुटियों को कम किया जा सके।

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पायलट का खाना अलग (Interesting facts about Airplanes)

अक्सर हम देखते हैं कि हवाई जहाज में जो खाना परोसा जाता है वह बड़ा ही स्वादिष्ट होता है पर पायलट के साथ ऐसा नही है। पायलट को यात्रियों से अलग खाना दिया जाता है। यह अलग प्रकार का खाना बहुत सादा और हल्का खाना दिया जाता है। वह इसलिए कि हवाई जहाज का नियंत्रण पायलट के हाथ में होता है इसलिए यह जरूरी है कि ज्यादा मसालेदार खाने से पायलट की तबियत खराब हो सकती है। इसलिए यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से पायलट को हल्का-फुल्का खाना ही दिया जाता है। यह सब यात्रियों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया जाता है। एयरलाइन्स हमेशा से अपने यात्रियों के सुरक्षा के लिए तत्पर रहता है और इन्हीं कारणों के कारण यह सब किया जाता है।

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हवाई जहाज में लैंडिंग लाइट (Interesting facts about Airplanes)

हवाई जहाज में लैंडिंग लाइट का भी अपना महत्व है। जहाज को लैंड कराते समय समान और रनवे को स्पष्ट देखने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। कम रोशनी वाले रनवे पर सफेद रंग की इस लाइट का महत्व बढ़ जाता है। ये लाइट्स हवाई जहाज में कभी विंग्स के नीचे, कभी विंग्स की बाहरी सतह पर या कभी कहीं और भी लगी होती है। वहीं हम देखते हैं कि हवाई जहाज के अंदर धीमी रौशनी देने वाले लाइट लगे होते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि हवाई जहाज को लैंडिंग और टेक ऑफ के समय ज्यादा पावर की जरूरत होती है। इसके लिए हवाई जहाज के अंदर के लाइट धीमी प्रकाश वाली होती है। यह सब यात्रियों के सुविधा के लिए ही किया जाता है।

यात्रियों के सुरक्षा का खास ध्यान (Interesting facts about Airplanes)

हवाई जहाज में यात्रियों की सुरक्षा को बहुत महत्व दिया जाता है इसके लिए प्लेन में छिपे हुए कैमरे भी लगे होते हैं यह कैमरे निगरानी स्वरूप लगाए जाते हैं जिससे किसी भी प्रकार की घटना का पता लगाया जा सके। प्लेन में बाहर से कोई कैमरा दिखाई नही देता है पर कैमरा लगा जरूर होता है। वहीं विमान यात्राओं के दौरान किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए हर बार तय मानकों के हिसाब से तैयारी की जाती है। जैसे कि आपात स्थिति में खिड़की खोलना आदि जो यात्रियों के सुरक्षा के लिए किया जाता है। आपातकाल के लिए विमान में विशेष तरह का अभ्यास भी किया जाता है। जो कि इस यात्रा को अलग बनाता है।

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