Sunday, December 10, 2023

खुद 7 सालों तक रहे सलाखों के पीछे लेकिन मात्र 6 महीने में घूसखोर अफसरों को खिलाई जेल की हवा: IPS दिनेश एमएन

कभी-कभी रियल जिंदगी में कुछ फिल्मी कहानियां देखने को मिल जाती हैं। राजस्थान के रहने वाले एक IPS ऑफिसर दिनेश एमएन का कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। राजस्थान में इनका नाम काफी चर्चाओं में रहता है। ये अपनी ईमानदारी के लिए पहचाने जाते हैं।- IPS Dinesh MN from Karnataka

सात साल रहे सलाखों के पीछे

IPS दिनेश एमएन के साथ कुछ ऐसा हुआ कि उन्हें सात सालों तक सलाखों के पीछे रहना पड़ा। जेल से बाहर निकलने के बाद दिनेश ने राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कमान संभालते हुए कई घूसखोर अफसरों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।- IPS Dinesh MN from Karnataka

दिनेश एमएन (Dinesh MN) का परिचय

कर्नाटक (Karnataka) के रहने वाले दिनेश एमएन (Dinesh MN) का जन्म 6 सितंबर 1971 को हुआ था। इनके पिता का नाम नारायन स्वामी था। दिनेश वर्ष 1995 बैच के राजस्थान कैडर IPS (आईपीएस) अफसर हैं।

IPS Dinesh MN from Karnataka

राजस्थान में हैं तैनात

फिलहाल वे राजस्थान एसीबी में एडीजी पद पर कार्यरत हैं। इतना ही नहीं इन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन में बीई की डिग्री भी हासिल कर ली है।- IPS Dinesh MN from Karnataka

दिनेश एमएन ने कैसे बनया सर्विस रिकॉड?

दिनेश एमएन ने IPS बनने के बाद वर्ष 1999 में दौसा ASP के रुप में राजस्थान पुलिस में कार्यरत संभाले। इसके बाद करौली, झुंझुनूं, सवाईमाधोपुर, अलवर और उदयपुर में SP के रुप में कार्य किया।

क्यों जाना पड़ा जेल?

दिनेश एमएन जब वर्ष 2005 में उदयपुर में SP के रुप में कार्य कर रहे थे, उस वक्त राजस्थान और गुजरात पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में हिस्ट्रीशीटर सोहराबुद्दीन शेख (Sohrabuddin Sheikh) का एनकाउंटर किया गया था।

इसलिए जाना पड़ा था जेल

दिनेश को इसी केस के मामले में जेल जाना पड़ा। जेल में 7 साल बिताने के बाद आखिरकार इन्हें साल 2014 में निर्दोष पाया गया और जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से निकलने के बाद सबसे पहले वह उदयपुर गए जहां लोगों ने उनका भभ्य स्वागत किया था।

IPS Dinesh MN from Karnataka

जब एसीबी में किया ज्वाइन

मई 2014 में दिनेश एमएन को जेल से रिहा कर दिया गया था। जेल से निकलने के कुछ ही दिनों बाद उन्हें राजस्थान एसीबी में आईजी के पद पर तैनात किया गया। एसीबी में आते ही उन्होंने खान विभाग के सचिव IAS अफसर अशोक सिंघवी को ढाई करोड़ रुपए के घूस लेने के मामले में गिरफ्तार किए जो राजस्थान एसीबी के हिस्ट्री की सबसे बड़ी एक्शन थी।

आनंदपाल एनकाउंटर करने वाली टीम को किया लीड

दिनेश एमएन ने 4 जुलाई 2016 को राजस्थान एसओजी में IG बनाया गया। उन्होंने एसओजी आईजी के रुप में कार्य करते हुए कुछ ऐसा कर दिखाया, जो 5 राज्यों के पुलिस ने नहीं किया था।

इस जिले में हुआ था एनकाउंटर

इन्हीं के नेतृत्व में 24 जून 2017 को राजस्थान के चुरू जिले के गांव मालासर में गैंगस्टर आनंदपाल सिंह का एनकाउंटर किया गया था। सितंबर 2015 को कोर्ट में पेशी के दौरान आनंदपाल ने पुलिसकर्मियों को नशीली मिठाई खिलाकर भाग गया था।

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रिश्वतखोर अफसरों को पहुंचाया सलाखों के पीछे

IPS अफसर दिनेश ने बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है कि मात्र 6 महीने में ही सरकार की किसी स्टेट एजेंसी ने रिश्वतखोर एक IAS, IPS, 7 RAS और 3 RPS को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। इतना ही नहीं कलेक्टर – SP और कई RAS अफसर आज भी सलाखों के पीछे हैं।

राजस्थान (Rajasthan) एसीबी हेल्पलाइन नंबर 1064

दिनेश ने बताया कि राजस्थान एसीबी पूरे वर्ष रिश्वत लेने और देने वाले के खिलाफ कार्रवाई करती है परंतु महानिदेशक बीएल सोनी के मार्गदर्शन में हमारी पुरी टीम प्रत्येक शिकायत को संजीदगी से लेती है। इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति शिकायत दर्ज करना चाहे तो वह एसीबी की हेल्पलाइन नंबर 1064 और WhatsApp नंबर 9413502834 पर कॉल कर सकते हैं।

12 बड़े अधिकारी को मात्र 6 महीने में सलाखों के पीछे पहुंचाया

  1. IAS इंद्र सिंह राव (IAS Indra Singh Rao)

इंद्र सिंह राव राजस्थान के बारा जिला कलेक्टर IAS हैं। 11 दिसंबर 2020 में इनके निजी सचिव महावीर को 1 लाख 40 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा था, जिसके बाद इंद्र सिंह को भी कोटा सेंट्रल जेल भेजा गया।

IPS Dinesh MN from Karnataka
  1. IPS मनीष अग्रवाल ( IPS Manish Agarwal)

मनीष अग्रवाल को राजस्थान के दौसा से गुजर रहे मुंबई से दिल्ली एक्सप्रेस का निर्माण करने वाली कंपनी से 10 लाख रुपए की घूस लेते हुए दलाल गोपाल सिंह और साथ ही मनीष अग्रवाल को जेल भेजा।

  1. DSP भैरूलाल मीना (DSP bheru Lal Meena)

11 दिसंबर 2020 को एबीसी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की सवाई माधोपुर चौकी पर कार्यरत DSP भैरूलाल को करीब 80 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। एंटी करप्शन डे के दिन ही यह कार्य किया गया था।

आपको बता दें कि उसी दिन सुबह उन्होंने घुस नही लेने के लिए भाषण दिया था और खुद ही घुस लेते हुए पकड़े गए। इतना ही नहीं इनके साथ डीटीओ को भी पकड़ा गया था।

  1. DSP सपात खान (Sapat Khan)

DSP सपात खान और कांस्टेबल असलम खान को एसीबी ने 8 जनवरी 2021 को 3 लाख की घूस लेते हुए पकड़ा गया। इन्होंने यह घुस एक आरोपी से उसके पुलिस थानों में चल रहे कई तरह के मुकदमें में सहायता करने के लिए ली थी।

IPS Dinesh MN from Karnataka
  1. आरपीएस कैलाश चंद ( Kailash Chand)

साल 2020 में RPS कैलाश चंद ने रिश्वत के नाम पर सबसे घाटियां कार्य किया था। उन्होंने एक दुष्कर्म पीड़िता से मदद के के नाम पर उसकी इज्जत की मांग की थी। उन्होंने पीड़िता को अपने कार्यालय में बुलाया था, उसी वक्त एसीबी ने उन्हें पकड़ लिया था।

  1. SDM पुष्कर मित्तल और पिंकी मीणा

2021 दौसा रिश्वत कांड काफी चर्चाओं में रहा है। दौसा SDM पुष्कर मित्तल और बांदीकुई की SDM पिंकी मीणा को मुंबई से दिल्ली एक्सप्रेस का निर्माण करने वाली कंपनी से करीब 5 लाख का घुस की मांग करने के लिए इन्हें पकड़ा गया और सलाखों के पीछे पहुंचाया गया। आपको बता दें कि पिंकी मीणा को 16 फरवरी को जमानत मिल जिसके बाद उन्होंने शादी कर ली।

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  1. RAS सुनील कुमार ( Sunil Kumar)

बाड़मेर जिले के गुढ़ामालानी के एसडीएम सुनील कुमार और उनके ड्राइवर दुर्गाराम को 6 फरवरी 2021 को 10 हजार रुपए की घुस लेने के मामले में गिरफ्तार किया गया।

  1. RAS वीरेंद्र कुमार ( Virendra Kumar)

जेसीटीएसएल जयपुर के RAS वीरेंद्र कुमार, नरेश सिंघल पारस ट्रेवल्स और महेश कुमार गोयल लेखाधिकारी को 8 मार्च 2021 को ट्रेंडर प्रक्रियां में पारस ट्रेवल्स दिल्ली को वाजिब लाभ देने बदले में 4 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी ने पकड़ा था।

  1. बीएल मेहरड़ा और सुनील कुमार शर्मा

RAS अफसर बीएल मेहरड़ा और सुनील कुमार शर्मा अजमेर रिवेन्यू बोर्ड के सदस्य हैं। इन दोनों को 11 अप्रैल 2021 को मुकदमे में रिश्वत लेने के लिए अरेस्ट किया गया था।

  1. सुनील झिंगनिया

उदयपुर जिले के लसाड़िया उपखंड अफसर RAS सुनील झिंगोनिया को 14 अगस्त को एक माइंस मालिक से महीने के 50 हज़ार रुपए की मांग करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।