खेती में घाटे को देखते हुए अब किसान भाई परम्परागत खेती से हटकर आधुनिक खेती की तरफ रुख कर रहे हैं। आधुनिक खेती में किसान भाई अलग-अलग प्रकार के मुनाफे देनेवाली फसलों का उत्पादन कर रहे हैं जिससे उन्हें बेहतर कमाई हो रही है। मशरूम भी उन्हीं फसलों में से एक है जिसे कम जगह और कम लागत में उगाकर भी किसान भाई हर महीने 15 से 20 हजार रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं।
यदि आप भी मशरूम की खेती (Mushroom Farming) करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए कारगर साबित होगा क्योंकि इस आर्टिकल के जरिए हम आपको मशरूम की खेती के बारें में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
मशरूम उगाने की पूरी विधि इस वीडियो में देखें
मशरूम की प्राथमिक आवश्यकताओं को जानना है जरुरी
पटना (Patna) के रहनेवाले डॉक्टर राजकुमार (Dr. Rajkumar) पिछ्ले 5-6 साल से मशरूम की खेती कर रहे हैं और अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। वे किसानों को मशरूम उगाने के लिए प्रशिक्षित भी करते हैं ताकि वे भी इसकी खेती से अच्छी आमदनी कमा सके। उनका कहना है कि मशरूम की खेती इंडोर ट्रेनिंग है और यह जरुरी भी है क्योंकि ट्रेनिंग के बाद ही हमें मशरूम की प्राथमिक आवश्यकताओं के बारें में जानकारी मिलेगी।
मशरूम की खेती के लिए टेम्परेचर और ह्युमिडिटी कितना डिग्री होना चाहिए?
डॉ राजकुमार बताते हैं कि मशरूम एक प्रकार का औषधीय पौधा होता है और इसमें विटामिन D की मात्रा पाई जाती है जो शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। वह आगे कहते हैं कि, हर मशरूम के लिए अलग-अलग तापमान और ह्युमिडिटी की आवश्यकता होती है जैसे बटन मशरूम के लिए 22 डिग्री से लेकर 16 डिग्री तक तापमान होना जरुरी होता हैं जबकी मिल्की मशरूम उगाने के लिए 30 डिग्री टेम्परेचर जरुरी होता है।
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मशरूम की खेती के लिए कितनी जगह की होती है जरुरत?
डॉ राजकुमार मिल्की, बटन और ऑयस्टर मशरूम की खेती करते हैं। उनका कहना है कि, ऑयस्टर मशरूम की खेती सालों भर की जा सकती है और इसके लिए अधिक जगह की भी जरुरत नहीं है। आप चाहें तो सीढ़ी घर में भी या 7×11 वाले जगह पर भी इसे बैग में रखकर उगा सकते हैं। एक बैग से लगभग दो से ढाई किग्रा ऑयस्टर मशरूम का उत्पादन होता है।
मशरूम फार्मिँग के लिए कैसे बनाएं कम्पोस्ट?
मशरूम की खेती (Mushroom Farming) के लिए कम्पोस्ट का बहुत मह्त्व होता है। डॉ राजकुमार के अनुसार, कम्पोस्ट बनाने के लिए साढ़े 3 किग्रा यूरिया, DAP, पोटास, चोकर, जिप्सम, नीम की खल्ली और 3 क्विंटल भूसा का इस्तेमाल करके बनाया जाता है। लम्बी विधि से कम्पोस्ट बनाने में 28 दिनों का समय लगता है लेकिन वहीं शॉर्ट विधि से इसे महज 16 दिनों में बनाया जा सकता है।
कई बार आम फसलों की तरह मशरूम में कीड़े लगने की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में मशरूम में कीड़े न लगे उसके लिए डॉ राजकुमार बताते हैं कि, कम्पोस्ट बनाने के समय ही उसमें सुथनॉल जैसी मेडिसन का इस्तेमाल किया जाता हैं। साथ ही उसमें सही मात्रा में फन्गीसाइड का भी प्रयोग किया जाता है ताकि उसमें कीड़े न लगे।
इस तरह आप भी मशरूम की खेती (Mushroom Farming) करके हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं। यदि यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इसे लाइक तथा शेयर जरुर करे और ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए The Logically के साथ बने रहें।