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रेस्टुरेंट की लेट डिलीवरी से आईडिया मिला, फिर इन्होंने खुद की कम्पनी शुरू की जिसका 1000 करोड़ से भी अधिक टर्नओवर है

चाहे रास्ते में कितनी भी कठिनाइयां क्यों ना आ जाए लेकिन अगर आप एक बार अपने मन में सफलता पाने का दृढ़ संकल्प कर लेंगे तो आपको अपनी मंजिल तक पँहुचने में कोई नहीं रोक सकता। अगर आप चाहें तो अपनी मेहनत से किसी भी कार्य को कर सकते हैं। उसी संदर्भ में आज की कहानी कुछ ऐसे दोस्तों की है जो चलते-चलते एक आईडिया के बारे में सोंचा और अरबों का बिजनेस खङा कर दिया।

साहिल बरुआ

साहिल बरुआ दिल्ली से संबंध रखते हैं। प्रारंभिक पढ़ाई दिल्ली से करने के बाद वह आगे की शिक्षा के लिए कर्नाटक गए और वहां नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में दाखिला लेकर मैकेनिकल इंजीनियरिंग की शिक्षा ग्रहण की। उन्होंने आईआईएम की डिग्री भी हासिल की है। अच्छी पढ़ाई-लिखाई होने के कारण उन्हें एक बैन एंड कंपनी में अच्छे पोस्ट पर नौकरी मिली। उन्होंने वहां अपना बेहतर प्रदर्शन किया जिससे वह सबके चहेते बन गए और आगे उन्हें एसोसिएट कंसल्टेंट का पोस्ट प्राप्त हुआ।

Sahil barua delhivery

हुई दोस्तों से मुलाकात

वह अपने कार्यकाल के दौरान सूरज सहारन और मोहित टंडन से मिले और यह दोस्त बन गये। उनकी सोंच बहुत हीं मिलती-जुलती थी। वह तीनों हीं खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते थे। उन्होंने अच्छी खासी तरकीब लगाने के लिए कंपनी से छुट्टी लेने का निश्चय किया। उन्हें छुट्टी मिली और उन्होंने रात में ऑनलाइन की मदद से खाना मंगाने की कोशिश की। उन्होंने ऑर्डर तो किया लेकिन उनका खाना समय पर नहीं मिला। तभी उन्हें यह एहसास हुआ कि हमारे देश में सबसे बड़ी समस्या यह है कि लोगों को वक्त पर डिलीवरी नहीं हो पाती। यहीं सोचते हुए उन्हें अपने खुद के बिजनेस को शुरू करने का आइडिया मिला।

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डेल्हिवरी की शुरुआत

अपने कार्य की शुरुआत के लिए वह एक रेस्टोरेंट में गए और वहां उसके ऑनर से मिलकर डिलीवरी वक्त पर पहुंचे इसके समाधान का आईडिया बताया। आगे उन्होंने डेल्हिवरी का शुभारंभ किया इसके लिए वह गुड़गांव में कॉरपोरेट ऑफिस खोले। उनका व्यापार अच्छी तरह चल पाए इसके लिए लोकल रेस्तरां से हाथ मिलाया। अब उनका मॉडल चल पड़ा और प्रतिदिन लगभग 100 ऑर्डर आने लगे।

1170 करोड़ से अधिक है टर्नओवर

डेल्हिवरी ने ई-कॉमर्स में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। आगे उनके द्वारा 500 शिपमेंट्स डिलीवर होने लगे। अब यह फंड के साथ स्टोरेज को बढ़ाने लगे। यह 31 देशों में इस व्यापार को पूरी तरह फैला दिए जिससे उन्हें बड़ी सफलता प्राप्त हुई। वर्तमान में वह 25 सौ शहरों में अपना व्यापार कर रहे हैं। उनकी इस कम्पनी ने 1170 करोड़ का टर्नओवर क्रॉस किया है।

अपना कारोबार शुरू कर और उसमे बड़ी उपलब्धि हासिल कर साहिल और उनके दोस्तों ने सबके लिए सफलता का एक बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। The Logically साहिल और उनके मित्रों को उनकी सफलता के लिए बधाईयां देता है।

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