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बुजुर्गों का अकेलापन दूर करने के लिए इस शख्स के आईडिया पर रतन टाटा हुए फिदा, दे दी फंडिंग

Shantanu Nayadu Started A Starup Called Goodfellows

दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) को कौन नहीं जानता। उनकी हर छोटी-बड़ी खबर आम से लेकर खास लोगों तक चर्चा का विषय बन जाती है। रतन टाटा उन प्रसिद्ध लोगों में से एक है, जिन पर ना केवल देश के बल्कि विदेश के लोगों की भी नजर बनी रहती है। पिछले कुछ समय से रतन टाटा एक नौजवान के साथ दिख रहे हैं, जिसके साथ वह काफी खुश भी नजर आते हैं। रिर्पोट के अनुसार यह उन्हें बिजनस टिप्स तक देता है, जिसकी नेकदिली और क्रिएटिव आइडियाज के दिग्गज उद्योगपति फैन हैं। – Goodfellows founder Shantanu Naidu is often seen with Ratan Tata.

शांतनु डिप्टी जनरल मैनेजर के रुप में जॉइन किए थे टाटा कंपनी

बता दें कि पिछले साल रतन टाटा के 84वें जन्मदिन पर इसी युवक के साथ उनका एक वीडियो वायरल हुआ था। उस समय से हर किसी के मन में यह सवाल चल रहा है के भला यह युवक कौन हैं, जो रतन टाटा के इतने करीब हैं। आज हम आपको इस युवक की पूरी जनकारी देते हैं। इस युवक का नाम है शांतनु नायडू (Shantanu Naidu), जो कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से पढ़े हुए हैं। एमबीए की डिग्री लेकर शांतनु साल 2018 में भारत लौटे थे। टाटा ट्रस्टों के चेयरमैन ऑफिस में उन्होंने बतौर डिप्टी जनरल मैनेजर ज्वाइन किया।

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गुडफेलोज के संस्थापक हैं शांतनु नायडू

पहली बार रतन टाटा शांतनु के साथ तब नजर आए जब रतन टाटा ने ‘गुडफेलोज’ (goodfellows) नाम के एक स्टार्टअप में निवेश का ऐलान किए, जिसके संस्थापक शांतनु नायडू ही हैं। हाल ही में रतन टाटा ने एक स्टार्टअप गुडफेलोज में निवेश की घोषणा की है। बता दें कि यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए देश का पहला कम्पैनियनशिप स्टार्टअप है, जिसका लक्ष्य युवाओं और शिक्षित ग्रेजुएट्स को सहयोग के लिए जोड़कर बुजुर्गों की मदद करना है। पिछले छह महीनों में ‘गुडफेलोज’ ने एक सफल बीटा पूरा कर लिया है। अब यह मुंबई, पुणे, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में उपलब्ध होगा।

बुजुर्गों के लिए चलाया जा रहा है गुडफेलोज स्कीम

शोध के अनुसार भारत में लगभग 5 करोड़ बुजुर्ग अकेले रहते हैं, जिसका दो कारण है एक या तो वह अपने जीवनसाथी को खो दिए हों या फिर परिवार के सदस्य बाहर बस गए हों। जानकारों के अनुसार गुडफेलोज का बिजनेस मॉडल एक ‘फ्रीमियम’ सब्सक्रिप्शन मॉडल है, जिसमें बुजुर्गो को इस सेवा का अनुभव कराने के लक्ष्य के साथ पहला महीना मुफ्त है और दूसरे महीने के बाद एक छोटा सा सदस्यता शुल्क है, जो पेंशनभोगियों के सीमित सामर्थ्य के आधार पर तय किया गया है। – Goodfellows founder Shantanu Naidu is often seen with Ratan Tata.

शांतनु टाटा के कार्यालय में उप महाप्रबंधक हैं

गुडफेलोज स्कीम से केवल बुजुर्गों को ही नहीं युवा को भी फायदा होगा। इसमें स्नातकों को शॉर्ट-टर्म इंटर्नशिप के साथ रोजगार भी मुहैया कराया जाएगा। 25 साल के शांतनु टाटा के कार्यालय में उप महाप्रबंधक हैं। साल 2018 से वह टाटा की कंपनी से जुड़ कर उसे आगे बढ़ा रहे हैं। रतन टाटा ने नायडू के विचारों की सराहना की और जन्मदिन के मौके पर बोले कि जब तक आप वास्तव में बूढ़े नहीं हो जाते, तब तक किसी को भी बूढ़े होने का मन नहीं करता। साथ ही उन्होंने कहा कि एक अच्छे स्वभाव वाला साथी प्राप्त करना भी एक चुनौती है। उसी मौके पर नायडू ने टाटा को एक बॉस, एक संरक्षक और एक मित्र के रूप में संबोधित किया।

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शांतनु की पिछली 5 पीढ़ी भी टाटा कंपनी में कार्य कर चुकी हैं

अपना 84वां जन्मदिन रतन टाटा ने शांतनु के साथ मनाया, जिसका वीडियो खूब वायरल हुआ था। इस वीडियो में वह रतन टाटा को केक खिलाते और उनके कंधे पर हाथ रखते दिखाई दिए थे। अगर शांतनु की बात करे तो उनकर जन्म पुणे में 1993 में हुआ था। आज के इस दौड़ में उनकी गिनती कारोबारी, इंजीनियर, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर, लेखक और आंत्रप्रेन्यार में होती है। शांतनु टाटा ट्रस्ट में डिप्टी जनरल मैनेजर हैं। खास बात यह हैं कि टाटा में काम करने वाले वह अपने परिवार की 5वीं पीढ़ी हैं। शांतनु अपनी सूझबूझ और काबिलियत से आज मुकाम तक पहुंच चुके हैं। – Goodfellows founder shantanu naidu is often seen with Ratan Tata.

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