Wednesday, December 13, 2023

बिहार का अनोखा गांव वाला रेस्टोरेंट, ग्रामीण परिवेश में चारपाई पर बैठकर खाने का लुत्फ उठाते हैं ग्राहक

ग्रामीण तबके के लोग रोजी-रोटी और परिवार की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के लिए अपने घर, गांव से दूर जाकर शहर में बस जाते हैं। लेकिन वहां उन्हें शहरीकरण जीवन में दूर-दूर तक न तो गाँव की झलक दिखती है और न हो गांव जैसा सुकून। इस तरह उन्हें अक्सर अपने गाँव और वहां के माहौल की यादें सताती हैं। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर बिहार में एक ऐसा रेस्टोरेंट मौजूद है जहां आपको बिल्कुल ग्रामीण अनुभव होगा और सुकून का अहसास होगा।

इसी कड़ी में चलिए जानते हैं बिहार के गांव वाला रेस्टोरेंट के बारें में विस्तार से-

बिहार का एकलौता गांव वाला रेस्टोरेंट ‘स्वदेश’

अनेकों ऐसे लोग हैं जो शहर में रहते हुए भी गाँव जैसी हवापानी चाहते हैं। ऐसे में उनलोगों के लिए बिहार (Bihar) की राजधानी पटना के बोरिंग रोड (Boring Road, Patna) मे स्थित स्वदेश रेस्टोरेंट (Swaaddesh Restaurant) बिल्कुल पर्फेक्ट है। यह रेस्टोरेंट बिहार का पहला ऐसा रेस्तरां है जिसे बिहारी संस्कृति के आधार पर बनाया गया है जिसका इंटीरियर डिजाइन बिल्कुल ग्रामीण है।

गाँव की थीम पर बना है यह रेस्टोरेंट

स्वदेश रेस्टोरेंट में आप गांव की झलक देख सकते हैं। वहां गांवो की तरह ही चारपाई है जिसपर बैठकर ग्राहक भोजन ग्रहण करते हैं। वहीं इस रेस्तरां में बिहार के अलग-अलग जिलों के लिए टेबल बुक होता है जिसके आसपास में वहां के विशेषताओं को दिखाया गया है। यदि इस रेस्टोरेंट की दीवारों की बात करें तो इसे ग्रामीण घरों की दीवारों की तरह ही मिट्टी और रेत का लेप लगाया गया है।

Swaaddesh Village Restaurant of Bihar

इसके अलावा इसके दरवाजे, खिडकियां, पर्दे, दीवारों पर बनी पेंटिन्ग्स आदि हर वो चीज उसी तरह से सजाइ गई है जैसे ग्रामीण परिवेश में होता है। इतना ही नहीं ग्रामीण परिवेश का अहसास देने के लिए यहां खटिया, झोपड़ी, लालटेन और किसान समेत हर चीज मौजुद है। वहीं यहां के बर्तन ग्राहकों के लिए ग्रामीण घरों में इस्तेमाल होनेवाले बरतन जैसा ही है।

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रेस्टोरेंट में किया गया है बिहारी शब्दों का जिक्र

ग्रामीण माहौल देने के अलावा स्वदेश रेस्टोरेंट की दीवारों पर पेंटिग्स के अलावा बिहारी शब्दों का जिक्र भी किया गया है जैसे बुडबक, भकचोंहर, नरेटी, बक-बक, लफुआ, एकबैक आदि। इन सभी शब्दों का हिन्दी अर्थ भी समझाया गया है। इसके अलावा यहां विकेंड पर जानेवाले लोगों के लिए स्पेशल म्युजिक प्रोग्राम होता है जिसमें बिहार के लोकगीतों की प्रस्तुति की जाती है।

मिल चुका है बेस्ट इंटीरियर डिजाइन का अवार्ड

स्वदेश रेस्टोरेंट के मालिक का नाम अभिषेक है जो दिल्ली में सॉफ़्टवेयर इन्जीनियर हैं। हालांकि, सॉफ़्टवेयर इन्जीनियरिंग की नौकरी में उनकी कुछ खास रुचि नहीं थी। उनका मन रेस्टोरेंट के बिजनेस में ज्यादा था। ऐसे में उन्होंने अपनी इस रूचि के अनुकूल काम करने का फैसला किया और परिणामस्वरुप रेस्टोरेंट खोला। साथ ही इसका इंटीरियर डिजाईन भी खुद से ही किया।

आपको जानकर हैरानी होगी कि, इस रेस्टोरेंट को एक बेस्ट इंटीरियर का अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है। स्वदेश रेस्टोरेंट (Swaaddesh Restaurant) के मालिक अभिषेक बताते हैं कि, यहां सिर्फ परिवेश में ही नहीं बल्कि यहां के लजीज व्यंजनों में भी बिहारी झलक देखने को मिलती है।