आजकल अधिकतर लोगों का झुकाव खेती की तरफ होता जा रहा है। इसमें लोग बहुत कुछ नया सीखने के साथ लाखों रुपए भी कमा रहे हैं। आज की हमारी यह कहानी एक पिता और पुत्र की है जो अपनी खेती से प्रत्येक वर्ष 15 लाख रुपए कमा रहें हैं और लगभग 25 लोगों को रोजगार भी दे चुके हैं। स्वयं खेती करना और अन्य लोगों को इससे जोड़ना बेहद प्रेरणादायक है।
यह कहानी बिहारशरीफ प्रखंड के एक गांव की है जहां एक पुत्र और पिता मिलकर खेती कर रहे हैं और इसमें अन्य लोगों को जोड़ भी रहे हैं। किसान वीरेंद्र कुमार (Virendra Kumar) के बेटे का नाम आलोक आनंद (Alok Anand) है। पिता और पुत्र की इस जोड़ी ने घाटे की खेती को एक नया मुकाम हासिल कराया है। उन्होंने पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक तकनीक को अपनाकर खेती करना प्रारंभ किया है और वह प्रत्येक वर्ष इस खेती से 15 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
9.5 एकड़ में करते हैं खेती
वे 9.5 एकड़ जमीन में पपीता, स्ट्रॉबेरी, जरबेरा के फूल, शिमला मिर्च एवं फ्रेसनबीन को उगा रहे हैं। यहां शिमला मिर्च की तीन बार वरायटी उपलब्ध है। जिसमें हरी मिर्च का डिमांड मार्केट में है और वही शादी-विवाह के अवसर पर लाल एवं पीले मिर्च का डिमांड है। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
कृषि विभाग की तरफ से मिली है मदद
कृषि विभाग की तरफ से उन्हें सहायता भी मिल रही है। अनुदान के तौर पर उन्हें दो शेड नेट बनाए हैं, एक शेड में शिमला मिर्च की खेती है होती है तो दूसरे में फूलों की। इनके उत्पाद की डिमांड इतनी ज्यादा है कि वह हाथों-हाथ ही बिक जाते हैं। जरबेरा फूल का डिमांड हमारे राज्य के अतिरिक्त बंगाल एवं झारखंड में भी है। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
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बेटे की सलाह से किया आधुनिक खेती प्रारंभ
वीरेंद्र के बड़े बेटे का नाम आलोक कुमार है और वह पंजाब से MSc. किए हैं। आज से 5 वर्ष पूर्व वीरेन्द्र परम्परागत खेती कर रहे थे और जैसे-तैसे गुजारा कर रहे थे। जब अलोक पढ़ाई कर घर आए तो उन्होंने अपने पिता को आधुनिक खेती करने के लिए काफी प्रेरित किया। शुरुआती दौर में उन्हें थोड़ी परेशानी तो हुई लेकिन धीरे-धीरे परिवर्तन प्रारंभ हुआ। आज वह खेती से ही अपने जीवन शैली में परिवर्तन ला चुके हैं और अपार सफलता हासिल कर चुके हैं। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
खेती के लिए लिया है जमीन लीज पर
उनके पास स्वयं की ढाई बीघा जमीन है और बाकी उन्होंने लीज पर ली है, लगभग 2 एकड़ में वह पपीता की खेती करते हैं। उन्हें अपने एक पेड़ से लगभग 40 किलो तक का फल प्राप्त होता है। वह अपने कच्चे पपीते को लगभग 20 से 30 प्रति किलोग्राम बेचते हैं। वहीं पके हुए पपीते का मूल्य 40 प्रति किलोग्राम होता है। पपीते की क्वालिटी बेस्ट होती है जिस कारण इनके फल बगीचे में ही व्यापारियों द्वारा लूट हो जाते हैं। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
खेत मे हैं शिमला मिर्च के 3 रंग
अगर हम शिमला मिर्च की बात करें तो वह 3 रंगों के शिमला मिर्च की खेती करते हैं। हरे मिर्च की कीमत लगभग 75 किलो तथा लाल एवं पीले की कीमत 100-150 किलोग्राम है। वह बताते हैं कि अगर उत्पादन अच्छी हो तो एक बार में लगभग 600 किलोग्राम उपज हो जाता है। वही एक सीजन में लगभग 3 से 4 बार उत्पादन हासिल कर लेते हैं। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
दिया लोगों को रोजगार
वह चाहते हैं कि अन्य किसान आधुनिक खेती को अपनाकर अधिक से अधिक लाभ प्राप्त करें एवं अन्य लोगों से जानकारी को साझा करें। उन्होंने लगभग 25 लोगों को रोजगार भी दिया है। आज पारम्परिक खेती को छोड़ आधुनिक खेती को अपनाकर वीरेंद्र लाभ अर्जित कर रहें हैं वह सराहनीय है। -Bihar Sharif’s Virendra and his son Alok Anand did modern farming and are earning lakhs of rupees
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