Saturday, November 9, 2024

Yearly Archives: 2020

एक बेटा अधिकारी और दूसरा नेता, फिर भी बूढ़ी मां सड़कों पर रहने को मजबूर, शरीर मे पड़ गए थे कीड़े

"माँ" दुनिया का सबसे पवित्र और बड़ा रिश्ता है ! माँ जिनसे इस सृष्टि का सृजन हो रहा है ! आज दुनिया 21वीं सदी...

खुद की कृषि प्रणाली विकसित कर ऑर्गेनिक खेती करने लगे, सलाना कमा रहे 10 लाख रुपये, मिले कई राष्ट्रीय अवार्ड

भारत एक कृषि प्रधान देश है। भारत में अधिकतर लोग कृषि पर निर्भर रहते हैं। कृषि एक ऐसा क्षेत्र है जो हमारे देश में...

मटका ठिम्बक पद्धति, पौधरोपण की सबसे पुरानी पद्धति जिससे सैकड़ों साल तक पौधे को स्वतः पानी मिलते रहता है

हम अनेकों प्रकार से पौधे रोपण की विधियां जानते है जिनमें एक खास पद्धति है मटका थिंबाक। इस विधि से पौधा रोपण करने के...

सरकारी स्कूल के किचन गार्डन में बच्चे और शिक्षक खुद उगाते हैं सब्जियां, केवल जैविक खाद का उपयोग किया जाता है

सरकारी स्कूल का नाम सुनते ही मन मे बस एक ही ख्याल उभरता है। बच्चों का शोर-गुल, उनका यत्र-तत्र बैठना, खेलना-कूदना, मिड-डे-मील की व्यवस्था...

बंजर ज़मीन पर कोई फसल नही होती थी, 12 किस्म के खजूर का पेड़ लगाकर अच्छा मुनाफ़ा बनाने लगे

ऐसा ज़रूरी नहीं है कि जिंदगी में हम जो चाहें वही काम करने को मिले। लेकिन ज़िंदगी से एक मौक़ा चुरा कर अपने सपने...

ऊसर जमीन को उपजाऊ बनाने में माहिर है यह किसान, अबतक 300 लोगों को सीखा चुके हैं इसका गुड़

बंजर भूमि जिसमे लवणों की मात्रा अधिक होती है। लोगों का मानना है कि वैसे भूमि पर कुछ भी नहीं उगाया जा सकता। लेकिन...

वेस्ट प्लास्टिक में रोजगार का जरिया ढूंढ लिए, मशीन लगाकर उससे डब्बे,मग, गमले और अनेकों आइटम बनाते हैं ।

आजकल लगभग हर देश में प्लास्टिक एक समस्या बन गया है। ज़्यादातर सामान प्लास्टिक के थैला में ही पैक्ड रहता है। प्लास्टिक एक ऐसा...

इज़राइल और UK में जाकर सीखे खेती का गुड़, अब किसानों को जैविक खेती की विधि सिखाते हैं: यहां पढ़िए गुड़

जिस तरह बाजार से रासायनिक सब्जियां खरीद कर घर लाई जा रही है, उससे हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंच रही है। इसी बारे में...

पिछले 4 वर्षों में मुंबई के इस ऑटो ड्राइवर ने लगाए हज़ारों पेड़, पौधा संरक्षण के लिए ऑटो में ले कर चलते हैं पानी

हम अपने जिंदगी में अनेकों प्रेरणा भरे लोगों से मिलते हैं जो अपने कार्यों से आम मानस को सम्मोहित कर देते हैं । हम...

आंख में पेंसिल लगने से बचपन में ही रौशनी चली गई, हार नही मानी और अपने अथक प्रयास से कलक्टर बन गई: Pranjil Patil

यदि एक सामान्य व्यक्ति और एक नेत्रहीन व्यक्ति की कल्पना की जाए तो सामान्य की तुलना में नेत्रहीन को हम शून्य महसूस करेंगे। कोई...
- Advertisment -

Most Read