Wednesday, December 13, 2023

जानिए भारत के उन 7 विचित्र जलस्रोतों के बारे में जहां एक बार नहाने से बीमारी ठीक हो जाती हैं

हमारे देश भारत में अनेकों तरह के परंपराएं, मान्यताएं और संस्कृतियां हैं, जिसे आज भी निभाया जा रहा है। ऐसे ही अनेकों कारण भारत को पूरे विश्व में सबसे विविध बनाता है। हमारे देश में ऐसी कई जगहें और काम है जिसके वजह से मामला बड़ा तार्किक हो जाता है। देश के कोने-कोने में कुछ ना कुछ ऐसी स्थानीय मान्यताएं है जो आज भी लोग मानते हैं और उसे निभाते भी है।

लोगों के मान्यतानुसार भारत में ऐसे कई जल स्रोत है, जहां डुबकी लगाने से अनेकों विकार दूर हो जाते है। आज के बदलते समय में ऐसी मान्यता में विश्वास करना थोड़ा मुश्किल लगता है लेकिन आज भी कहीं न कहीं हम अपने पूर्वजों के पदचिन्ह पर चलते ही हैं। लोगों के अनुसार इन जलस्रोतों में नहाने से हमारे शरीर के विकार तो दूर होते ही हैं साथ ही अनेकों पुरानी बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। आइए जानते हैं क्या है इस तथ्य की पूरी सच्चाई।

भारत के वह जल स्रोत जहां नहाने से ठीक होती है बीमारियां

  1. गुरुडोंग्मार झील (Gurudongmar Lake), सिक्किम (Sikkim)

सिक्किम में स्थित गुरुडोंग्मार झील (Gurudongmar Lake) भारत की सबसे ऊंची झीलों में से एक है। यह हिंदुओं और बौद्धों द्वारा एक समान पवित्र माना जाने वाला झील है। कहा जाता है कि सिखों के गुरु नानक देव जी ने जैसे ही इस झील के एक हिस्से को स्पर्श किया तो वह हिस्सा वैसे ही स्थिर हो गया, मानो जम गया। तभी से वहां रहने वाले स्थानीय लोग ऐसा मानते हैं कि गुरुडोंग्मार झील का पानी पीने से इंसानी ताकत को बढ़ावा मिलती है।

वैसे तो टूरिस्टों के लिए सिक्किम एक शानदार और काफी मशहूर जगह है। यहां स्थित गुरुडोंग्मार झील किसके खूबसूरती में चार चांद लगा देता है। सतह से इस झील की ऊंचाई 5,154 मीटर और क्षेत्रफल 118 हेक्टेयर है। चारों ओर से बर्फीले पहाड़ों के बीच इस झील का नजारा बड़ा ही भव्य लगता है।

गुरुडोंग्मार झील पहुंचने के लिए मौजुद सुविधाएं और उपयुक्त समय

गुरुडोंग्मार झील पहुंचने के लिए आप ट्रेन, हवाई जहाज या सड़क मार्ग द्वारा भी जा सकते हैं। वहां स्थित सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी और बागडोगरा हवाई अड्डा है। यहां पहुंच कर आप बस या कैब बुक करके भी आसानी से गुरुडोंग्मार झील पहुंच सकते हैं। बर्फबारी के कारण यह झील अक्सर जमा ही रहता है, इसीलिए यहां जाने के लिए गर्मी का मौसम सबसे उपयुक्त है। इस झील के खूबसूरत नजारे को देखने से लिए आप अप्रैल से जुलाई के बीच जाएं।

Natural beauty of Gurudongamr Lake
  1. भीमकुंड झील (Bhim kund Lake), मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के छतरपुर (Chhatarpur) में स्थित भीमकुंड झील (Bhim kund Lake) प्राकृतिक गुफाओं के बीच बना, भारत के सबसे रहस्यमई जलस्रोतों में से एक है। यह झील महाभारत काल से ही यहां मौजूद है, जिसकी गहराई अभी तक नहीं मापी जा सकी है। साधारण सा दिखने वाले झील की खासियत है कि एशियाई महाद्वीप में घटने वाली प्राकृतिक आपदा के पहले ही इस कुंड का जलस्तर बढ़ने लगता है। इस झील के आस-पास रहने वाले लोगों का यह मानना है कि इस झील में, विशेषतः मकर सक्रांति के अवसर पर सिर्फ एक डुबकी लगाने से कई बीमारियां ठीक हो जाती है, साथ ही सारा पापा भी धूल जाता है।

यह भी पढ़ें :- नौकरी को साइड कर महिलाओं को पीरियड समस्या से दिला रहे हैं छुटकारा, MP के सत्यम मिश्रा ने समाज सेवा को बनाया लक्ष्य

  1. मणिमहेश झील (Manimahesh Lake), हिमाचल प्रदेश (Himanchal Pradesh)

भारत के रहस्यमई जिलों में से एक हिमाचल प्रदेश (Himanchal Pradesh) की कैलाश चोटी की तलहटी में बना मणिमहेश झील (Manimahesh Lake) है, जो सबसे ऊंची झीलों में से एक है। यह झील अपनी जादुई शक्तियों के लिए विश्व विख्यात है। हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस पवित्र झील के दर्शन के लिए आते हैं। यह रहने वाले स्थानीय लोगों का मानना है कि इस झील का पानी मांसपेशियों को मजबूत करता है, साथ ही शरीर के पुराने घाव को भी ठीक करता है। यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं को इस झील में नहाने के बाद इसके चारों ओर से तीन बार परिक्रमा करना पड़ता है।

View of Mani Mahesh lake
  1. गंगनानी (Gangnani Lake), उतराखंड (Uttarakhand)

देवकी भूमि उत्तराखंड (Uttarakhand) के गंगोत्री रूट में पड़ने वाला एक छोटा सा गांव गंगनानी है, जो एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल भी है। इस झील (Gangnani Lake) का पानी हमेशा ही गर्म रहता है। लोगों का मानना है कि यहां के गर्म पानी में डुबकी लगाने से हैं शरीर के अनेकों विकार दूर हो जाते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं का भी कहना है कि इस सोते में डुबकी लगाने से गंगोत्री के चढ़ाई करने के लिए वे खुद को एकदम तरोताजा महसूस करने लगते हैं।

  1. पुष्कर झील (Pushkar Lake), राजस्थान (Rajasthan)

राजस्थान (Rajasthan) का पुष्कर झील (Pushkar Lake) हिंदू धर्म के पांच पवित्र धामों में से एक है, जिसका जिक्र रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों में भी हुआ है। प्राचीन काल से ही ऐसी मान्यता है कि इस झील में नहाने से लोगों के सारे पाप धुल जाते हैं, साथ ही शारीरिक बीमारियों से भी छुटकारा मिलता है। लोगों का यह दावा है कि इस झील में मात्र एक डुबकी लगाने से ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी भी ठीक हो जाती है।

Beautiful photo of Pushkar Lake
  1. सहस्त्रधारा (Sahastradhara), उत्तराखंड (Uttrakhand)

मशहूर हिल स्टेशन उत्तराखंड (Uttrakhand) के देहरादून (Dehradun) में स्थित सहस्त्रधारा (Sahastradhara Falls) झील बड़ा ही अनोखा झील है। वहां के लोगों का यह मान्यता है कि इस झरने के पानी में सल्फर की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे वहां एक डुबकी लगाने से शारीरिक बीमारियां दूर हो जाती है। इतना ही नहीं इस झील के पानी में वह शक्ति है कि यह बिगड़े हुए मानसिक स्तर में भी सुधार ला सकता है।

यह भी पढ़ें :- जानिए भारत के आखिरी गांव “माना” के उन रहस्यों के बारे में, जिसे जानने के लिए लोग हज़ारों मील तय करते हैं

  1. बकरेश्वर हॉट स्प्रिंग (Barekeshwar Hot Spring), पश्चिम बंगाल (West Bangal)

बकरेश्वर (Barekeshwar) पश्चिम बंगाल (West Bangal) का एक छोटा सा गांव है जिसमें 10 से भी ज्यादा गर्म पानी के सोते हैं। लोगों का ऐसा मानना है कि इस पानी में एक डुबकी लगाने से शरीर के रोग दूर होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इन सोते के पानी में खनिज भरपूर मात्रा में मौजूद है, जो शारीरिक विकार को दूर करता है।

Image of Bakreshwar hot spring pool

यह जानकारी सभी के लिए बहुत ही फायदेमंद है अगर आप भी किसी शारीरिक समस्या का सामना कर रहे हैं तो इन झीलों में डुबकी लगाने मात्र से ही ठीक होने की उम्मीद कर सकते हैं। साथ ही इन खूबसूरत दर्शनीय स्थलों से रूबरू हो सकते हैं।

ऊपर दी गई जानकारी सिर्फ लोगों के मान्यता के आधार पर ही दी गई है, इसकी कोई पुष्टि नहीं की जा रही। भले ही आधुनिक समय के लोग इन सब चीजों में विश्वास कम रखते हैं, लेकिन एक कोशिश करने में हमारा कुछ नहीं बिगड़ने वाला।