आजकल कृषि में तरह-तरह की तकनीकों को अपनाकर बेहतर उत्पादन और मुनाफा कमाया जा रहा है। कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग (Contract Farming) उसी का एक हिस्सा है। दरअसल कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग वह होता है जिसमें आप किसी कंपनी से अप्रोच करते हैं और फसल उगाकर उसको बेच देते हैं। कई ऐसे फसलें हैं जिसे आप लोग आकर बाजार में नहीं बेच सकते बल्कि उसके खरीदार कंपनी ही होते हैं।
गोपाल सिहाग (Gopal Sihag)
आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसे ही कॉन्ट्रैक्ट फार्मर गोपाल सिहाग (Gopal Sihag) की जिन्होंने कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए ना सिर्फ बेहतर मुनाफा कमाया बल्कि अपनी जिंदगी भी बदल डाली। श्रीगंगानगर (Shreeganganagar) के पन्नीवाला जाटान (Panniwala Jatan) गांव के निवासी गोपाल सिहाग पिछले 10 साल से मूंग, सरसों और ग्वार की ट्रेडिशनल खेती कर रहे थे लेकिन इन फसलों की खेती से उन्हें कोई खास मुनाफा नहीं हो रहा था। – Gopal Sihag a Contract Farmer
इस तरह आया अंजीर की खेती का विचार
एक बार उनके एक दोस्त उनके खेत घूमने गए और उन्हें अंजीर की खेती के बारे में बताया कि कैसे अंजीर की खेती कर आप इस से 5 गुना अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। जिसके बाद गोपाल सिहाग (Gopal Sihag) के मन में अंजीर की खेती के लिए विचार आया और उन्होंने कुछ एग्रीकल्चर एक्सपर्ट (Agriculture Expert) से इसकी जानकारी भी ली। सबसे बड़ी बात यह है कि अंजीर को उत्पादित कर हम उसे बेचेंगे कहां.? इसका जवाब उन्होंने सोशल मीडिया से ढूंढ निकाला।
पहले प्रयास में हुआ मुनाफा
उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए भी कांटेक्ट फार्मिंग के बारे में जाना जिसके बाद उन्हें पता चला कि ऐसी कई सारी कंपनियां है जो किसानों से डायरेक्ट उनकी फसल खरीदती है। आगे गोपाल सिहाग ने अंजीर की खेती (Fig Farming) करनी शुरू की। कंपनी ने उन्हें अंजीर का पौधा उपलब्ध करवाया जिसमें एक पौधे के कीमत लगभग ₹400 थी। साथ में कांट्रेक्ट भी किया कि हम आपसे 300 रूपये प्रति किलो अंजीर खरीदेंगे। गोपाल सिंह ने शुरुआत में लगभग 1200 पौधे खरीदे। चुकि यह उनकी पहली खेती थी इसलिए उत्पादन कम हुआ फिर भी पहली बार में ही उन्हें 4 लाख से भी अधिक रुपए का मुनाफा हुआ। अपने पहले प्रयास में इतनी बेहतर कमाई और पारिश्रमिक मिलने से वे कई गुना अधिक उत्साहित हो गए और उन्होंने आगे भी अंजीर की खेती जारी रखी। – Contract Farming
अंजीर की खेती में लागत
आपको बता दें कि अंजीर की खेती (Fig Farming) करना इतना आसान नहीं है परिश्रम से लेकर लागत तक की बात करें तो आपको इसमें ट्रेडिशनल फसलों से ज्यादा ध्यान और पैसा देना होता है इस फसल के उत्पादन में ऑर्गेनिक खाद, ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर सिस्टम, मजदूर आदि चीजों में खर्च अधिक होता है। यदि कुल मिला करके देखें तो प्रति पौधे लगभग ₹300 का खर्च आता है। अंजीर का फसल लगभग 50 दिन में पक कर तैयार हो जाता है। – Total Cost of Fig Farming
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अंजीर की खेती से लाखों कमाएं
गोपाल सिहाग (Gopal Sihag) के पास जमीन की कमी नहीं है और उन्होंने दूसरी बार में लगभग 6 बीघा जमीन में अंजीर के पेड़ लगाए हैं। यदि पिछली खेती के हिसाब से गणना करें तो आप देखेंगे कि अंजीर की खेती में वाकई अधिक मुनाफा है। आपको बता दें कि एक अंजीर के पौधे से लगभग 7 से 8 किलो अंजीर निकलते हैं जैसा कि आपने ऊपर पढ़ा कि कंपनी ₹300 प्रति किलो अंजीर खरीदती है ऐसे में एक पौधे से लगभग 2500 मिलते हैं जबकि उसकी खेती में प्रति पौधे लागत लगभग ₹300 का आता है और पौधे 400 रूपये यानि एक पौधे को उगाने में कुल लागत 700 रूपये का आता है। ऐसे में अपने पैदावार और लागत का पूरा गणित निकालें तो आपको पता चलेगा कि आप 1200 पौधों में लगभग 20-22 लाख रूपये का मुनाफा कमा सकते हैं। – Earn Lakhs from Fig Farming
भारत में अंजीर की खेती
भारत में कुछ राज्यों में अंजीर की खेती अच्छी खासी होती है जिसमें तमिलनाडु, कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में भी इसकी खेती की जाती है। पैदा होने वाले अंजीर में कई किस्मों में इंडियन रॉक, व्हाइटफील्ड, एलीफेंट ईयर, कृष्णा डायना एलो फीग आदि प्रमुख है। Fig Farming in India
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स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक
आपको बता दें कि अंजीर हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभप्रद है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में मदद करता है तथा यह हार्ट के लिए भी फायदेमंद होता है। अंजीर में पोटेशियम पाए जाने के कारण या आपके शुगर को कंट्रोल रखने में मदद करता है। इसके अलावा अंजीर में कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम होते हैं जो आपके हड्डी को मजबूत बनाते हैं। –Health Benifits of Fig