अधिकांश लोगों को घर और बगीचा सजाने का बहुत शौक होता है। सभी अपने घर और गार्डन को तरह-तरह के इंडोर प्लांट्स और फूलों के पौधें लगाते हैं ताकि खुबसूरती फूलों से सजी बालकनी और बगीचा देखकर मन को शांति का अनुभव हो। लेकिन अधिकांश फूलों के पौधें मौसम के अनुकूल होते हैं जिस वजह से मौसम में परिवर्तन होने के बाद सूख जाते हैं। इससे हमारी सारी मेहनत बर्बाद हो जाती है और फिर तंग आकर हम पौधें लगाना छोड़ देते हैं।
यदि आप भी अपने घर आयर बगीचे को खुबसूरत फूलों से सजाना चाहते हैं और आपको भी ये सब समस्याएँ होती हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए मददगार साबित होगा। आज हम इस आर्टिकल में कुछ ऐसे पौधों के बारें में बताने जा रहे हैं जिसे एक बार लगाने के बाद कम देखभाल में ही सालों भर फूल खिलते हैं।
हर कोई चाहता है कि उसका घर हमेशा खिला-खिला रहें। ऐसे में ये कुछ ऐसे सदाबहार पौधें हैं जो आपके इस सपने को पूरा कर देंगे।
बगीचे में पौधें लगाने के लिए सबसे पहले सही पौधें का चुनाव करना बहुत जरुरी होता है। सदाबहार बगीचा के लिए गुड़हल, चमेली, अपराजिता, रातरानी, सदाबहार, बोगनवेलिया और गुलाब ये सब कुछ ऐसे पौधें हैं जिन्हें एक बार लगाने के बाद अधिक देखरेख की जरुरत नहीं होती है। साथ ही इन पौधों पर कई सालों तक फूल खिलते हैं। इतना ही नहीं इन सभी पौधों को आप साल के किसी भी महिने में लगा सकते हैं।
गुड़हल (Hibiscus)
यह एक ऐसा पौधा जिसपर सालों भर फूल खिलते हैं और यही वजह है कि अधिकांश लोग इसे पसंद करते हैं। इतना ही नहीं गुड़हल के फूल का इस्तेमाल पूजा-अर्चना में भी किया जाता है। इसमें कई रंग के फूल होते हैं जैसे लाल, गुलाबी, सफेद और पीला आदि। इसके पौधें को आप बीज की मदद से भी और कटिंग के द्वारा भी लगा सकते हैं। कुछ लोगों के पास अधिक जगह नहीं होता है कि वे इस पौधें को मिट्टी में लगाएं। ऐसे में वे लोग इसे गमले में भी लगा सकते हैं।
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चमेली (Jasmine)
सफेद रंग के इस फूल के पौधें को आमतौर पर कलम काटकर ही लगाया जाता है। हालांकि, चमेली में गुलाबी, पीला और नीले रंग के फूल भी खिलते हैं। इसी तरह आप अपने बगिया में रातरानी के पौधें को भी लगाकर अपने बगीचे को बेहतर लुक दे सकते हैं।
बोगनवेलिया (Bougainvillea)
यह एक प्रकार का सदाबहार पौधा है अर्थात यह सालों भर अपनी खुबसूरती से अपने आस-पास के वातावरण को शोभनीय बनाए रखता है। इसके फूल भी अलग-अलग रंगों जैसे गुलाबी, पिलाउर सफेद में मौजूद होता है। यदि आप इस पौधे को लगाना चाहते हैं तो उसके लिए नर्सरी से इसका पौधा लेकर लगाएं या फिर कलम की सहायता से लगाएं। यह पौधा गर्म-शुष्क जलवायु और खुली हवा के अनुकूल होता है।
सदासुहागन (Evergreen)
ऊपर बताए गए बाकी पौधों की तरह यह पौधा भी बारहमासी होता है। कुछ पौधों को विकास के लिए पानी की अधिक जरुरत होती है लेकिन सदासुहागन के पौधों को कम पानी में लगाया जा सकता है। कम देखरेख के साथ इस पौधें पर बहुत जल्दी ही फूल खिलने लगते हैं। इनमें फूलों के रंग बैंगनी, नीला और गुलाबी होता है। आप चाहें तो इस पौधें को कटिंग या बीज की मदद से उगा सकते हैं।
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अब आइए जानते हैं इन पौधों को लगाने का तरीका-
- पौधें को लगाने के लिए सबसे पहले 50% मिट्टी में 40% गोबर की खाद और 10% कोकोपिट या रेत को अच्छी तरह मिलाकर मिश्रण तैयार करें।
- अब बात आती है गमले की तो बता दें कि मिट्टी का गमला इन पौधों को लगाने के लिए बेहतर होता है। इसके अलावा आप चाहें तो पुराने कंटेनर या कोई दूसरा गमला भी प्रयोग में ला सकते हैं।
- गमले में मिट्टी डालने से पहले उसे अच्छी तरह से देख लें कि उसमें पानी निकलने के लिए छेद हो। उसके बद उसमें पौधें लगाते समय ध्यान रखें कि पौधा एक-तिहाई खाली रहें ताकि जब उसमें पानी डाला जाए तो मिट्टी पानी के साथ बाहर नहीं आए।
कैसे करें पौधों की देखभाल? (How to take care of Plants)
- पौधा लगाने के शुरुआती दिनों में अर्थात 10-15 दिनों तक पौधें की देखभाल जरुरी होती है। पौधों का विकास हो जाने के बाद उसे अधिक देखरेख की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
- हालांकि, पौधों के धूप बहुत जरुरी होता है। यदि इंडोर प्लांट लगा रहें हैं तो उसे भी ऐसी जगह पर रखें जहां धूप आती हो। इसके अलावा यदि गर्मियों का मौसम है तो ध्यान रहें कि पौधों को अधिक कड़ी धूप न लगे अन्यथा वह सुख जाएंगे।
- जैसा कि आप जानते हैं पौधें अपनी पोषक तत्व मिट्टी से ही ग्रहण करते हैं। ऐसे में समय-समय पर आप भी लगाएं गए इन पौधों में खाद डालते रहें। इस काम को करते समय ध्यान रखें कि ओर्गनीक खाद ही हो क्योंकि यदि आप रासायनिक खाद का इस्तेमाल करेंगें तो पौधें मरने का डर बना रहेगा।
- पौधें और उसकी मिट्टी को हमेशा हवा और पानी अच्छी तरह से मिलती रहे इसके लिए समय-समय पर मिट्टी की गुड़ाई जरुर करें। गुड़ाई करने से पहले जांच कर लें कि मिट्टी बहुत अधिक सख्त हो।
- कई बार लोग अधिक पानी डालते हैं जिससे पौधें की जड़े खराब होने लगती है। इसलिए पौधों की सिंचाई तभी करें जब गमले की मिट्टी सूखी हो।
ऊपर बताएं गए टिप्स की सहायता से आप भी अपने बगीचे को सदाबहार बना सकते हैं। साथ ही घर की सजावट भी कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए The Logically के साथ बने रहें।