Sunday, December 10, 2023

गहरी सूझबूझ और अपनी जान न्योछावर कर वायुसेना के दो पायलटों ने बचाई 2500 लोगों की जान

हम सभी ये जानते हैं कि अगर हम भारत में खुशी-खुशी और सुरक्षित जीवन जी रहे हैं तो ये हमारे देश के जवानों की देन है। हमारी सुरक्षा के लिए हमारे देश की जल सेना, थल सेना और वायु सेना हमेशा तत्पर रहती है। ये अपनी जान की परवाह किए बगैर ठंडी, बरसात और गर्मी में कार्यरत रहते हैं ताकि हम सभी अपने घर में चैन की नींद सो सके।

आज का हमारा लेख थोड़ा दुःखदाई जरूर है लेकिन काफी प्रेरणाप्रद भी है। आज के हमारे इस लेख में हम आपको हमारे देश वायु सेना के 2 पायलटों के विषय में बताएंगे जिन्होंने अपनी जान गंवाकर 2500 लोगों की जिंदगी बचाई है।

विमान क्रैश के आवाज से डरा गया पूरा क्षेत्र

हमें ये बाते हुए बेहद दुःख हो रहा है कि विमान क्रैश होने के कारण दो पायलटों की मृत्यु हो गई और वे वीरगति को प्राप्त हुए। जानकारी के मुताबिक मिग-21 लड़ाकू विमान गुरुवार की रात को राजस्थान के भीमड़ा ग्राम में क्रैश हुआ जिसमें हमने हमारे देश के 2 पायलट खो दिए। जैसे ही विमान नीचे गिरा आग लगी और यह आग बहुत ज्यादा फैलने लगी। इसकी आवाज काफी तेज थी जिस कारण लगभग 8 से 10 किलोमीटर के लोग डर गए।

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अपने जान की परवाह किये बगैर बचाई 2500 जिंदगियां

अब आप यह सोचिए कि अगर यह विमान गांव के ऊपर गिर जाता तो यहां के लोगों का क्या हाल होता?? शायद यह गांव पूरी तरह खत्म हो जाता परंतु हमारे देश के वायु सेना के जवानों ने अपनी काबिलियत और जान की परवाह किए बगैर इन लोगों की जान बचा ली। इस गांव में लगभग 2500 के करीब आदमी रहते हैं और उनकी ज़िंदगी बचाना उन्होंने अपना फर्ज समझा। पायलटों को जैसी अनुभव हो गया कि हां उनका विमान क्रैश हो चुका है और आग लग चुकी है तो उन्होंने इसे रेतीले धारों की तरफ मोड़ दिया और यहां बसने वाले 2500 लोगों की जिंदगी को बचा लिया।

लिया कुछ ही क्षण में निर्णय

इस जेट को उड़ाने वाले मोहित राणा तथा फ्लाइट के लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल के जवान को बहुत जल्द ये निश्चय करना था कि वो विमान को कैसे दूसरे तरफ मोड़ें। उन्होंने कुछ ही क्षण में ये निर्णय ले लिया की उन्हें क्या करना है और देश के सच्चे सिपाही की तरह कार्य किया। उन्होंने विमान को यहां से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर रेतीली क्षेत्र की तरफ कर दिया और स्वयं देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी।

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पैराशूट ने नहीं दिया समय पर साथ

जब विमान पूरी तरह क्रैश हो गया तो इस विमान का मलबा लगभग 1 किलोमीटर में फैला हुआ था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब यह हादसा हुआ पायलटों ने यह कोशिश किया कि वह पैराशूट खोल पाए परंतु पैराशूट नहीं खुल पाया था। जिस कारण उन्होंने अपनी जान के बारे में ना सोचकर गांव के 2500 जिंदगियों को बचा कर शहीद हो गए।

जब यह समाचार उनके घर वालों को मिला तो वह बेसुध हो गए और अपने बेटे के बारे में सोचकर रो-रो कर बुरा हाल कर दिया। उनके घर में दुख का माहौल छा गया और सब जगह लोगों की चीख-पुकार सुनाई देने लगी। The Logically हमारे देश के वीर शहिद जवानों को सैल्यूट करते हुए शत-शत नमन करता है।