कृषि प्रधान देश होने के कारण हमारे यहां किसान अपनी आजीविका का मुख्य स्रोत खेती ही अपनाते हैं। इसलिए अब खेती व्यवसाय के तौर पर किया जा रहा है ताकि आधुनिकता के कारण इसमें भी बदलाव और लाभ हो। खेती में किसान उन फसलों को लगाना उचित समझते हैं जो अधिक उत्पादन के साथ अधिक लाभ अर्जित करा सकें।
उन्हीं फसलों में एक है बड़ी इलायची। किसान बड़ी इलायची की खेती में नई तकनीक को अपना रहे हैं इसलिए बड़ी इलायची उनके लिए आय का एक बड़ा स्रोत बन चुकी है। अगर आप भी बड़ी इलायची की खेती के तरीकों को जानना चाहते हैं और इससे पैसा कमाना चाहते हैं तो इस लेख पर बने रहें। इस लेख द्वारा आपको उन्नत तकनीक को अपनाकर किस तरह उन्नत किस्म के बड़ी इलायची को उगाएं ये सारी जानकारी मिलेगी।
मसालों की रानी कही जाने वाली बड़ी इलायची रसोई के सभी व्यंजनों को स्वादिष्ट और सुगन्धित बनाती है। इस आयुवेर्दिक पौधे को लोग वेलदोडा, इलाची, इलायची, एला, वेलादोडा नाम से जानते हैं। आईए जानते हैं बड़ी इलायची के फायदे और इसकी खेती से होने वाले लाभ….
करें उचित मिट्टी और जलवायु का चयन
अगर आपको इलायची की खेती (Cardamom Farming) करनी है तो इसके लिए काली गहरी दोमट मिट्टी का चयन करना सही होगा। मिट्टी का पीएच मान 4.5-7.2 का होना उचित होता है। इसके लिए उष्णकटिबंधीय गर्म जलवायु काफी अनुकूल माना जाता है। वही खेती के लिए तापमान 10-35 डिग्री सेल्सियस होना उचित रहता है। अगर आप जलवायु और मिट्टी का ध्यान रखें तो आप इसकी खेती से अच्छा लाभ अर्जित कर लेंगे। -Cardamom Farming
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ऐसे करें नर्सरी तैयार
अगर आप इसकी नर्सरी तैयार करना चाहते हैं तो इसके लिए आप लगभग 10 सेंटीमीटर की दूरी पर बीजों की बुआई करें। अगर आप एक हेक्टेयर में खेती करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको लगभग 1 किलोग्राम बीज की जरूरत होगी। इन बीजों को गड्ढे बनाकर डाला जाता है और अंकुरन के बाद घास से ढ़क दिया जाता है। -Cardamom Farming
इस महीने में करें बुआई
आप इसकी बुआई जुलाई से अगस्त कर सकते हैं इसके लिए आपको 30 मीटर लंबा तथा 30 सेंटीमीटर चौड़ा गहरा गड्ढा करने की आवश्यकता है। इस गड्ढे में आपको जैविक कम्पोस्ट को अच्छी तरह मिक्स कर दें। अब इसमें पौधे को लगाने के दौरान ध्यान रखें कि उनके बीच की दूरी 1.5 मीटर हो। आप एक हेक्टेयर में 400 पौधों को लगा सकते हैं। आप चाहे तो बाहरी क्षेत्र में छायादार पौधा लगा दें ताकि ठंडक के कारण पौधे की उपज अच्छी हो। -Cardamom Farming
इस वक़्त डालें उर्वरक
वैसे तो हर खेत में फसलों की बुआई के बाद ही कम पोस्ट डाला जाता है परंतु इलायची की खेती के लिए जब आप मिट्टी का निर्माण कर रहे हैं तो इसी दौरान कमपोस्ट डालें। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि यह कंपोस्ट पूरी तरह ऑर्गेनिक होनी चाहिए साथ ही आप पौधे लगाने के कुछ दिनों बाद नीम के तेल स्प्रे कर सकते हैं और 2 वर्षों के बाद आपको फिर से कम्पोस्ट डालनी होगी। -Cardamom Farming
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सिंचाई और निराई
अगर आपके खेत की मिट्टी उपजाऊ है तो आपको 4 दिनों के अंतराल में अपने खेत की सिंचाई करनी होगी। आपको इसके निराई-गुराई का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। आप 1 वर्ष में लगभग 4 से 5 साल अपने खेतों के लिए निराई-गुड़ाई करें ताकि वह भी खरपतवार है वह सब साफ हो जाए। -Cardamom Farming
ऐसे करें कटाई
अब आपके फल पक जाए तो आप इसे जमीन से लगभग 45 सेंटीमीटर ऊपर काट लें। अब आप फल को अलग निकालकर इसे छायादार जगह पर रख दें ताकि उसे सूखने के बाद आप चाहे तो पेस्ट बनाकर भी मार्केट में बेच सकते हैं या फिर इसके दानों का भी मार्केट में खूब डिमांड रहता है। -Cardamom Farming
खेती से लाभ
अगर हम इसके लाभ की बात करें तो इसकी एक किलोग्राम की कीमत 900 से 1200 रुपये है। किसान इसकी खेती से 1 वर्ष में लगभग 2 से 3 लाख रुपए एक हेक्टेयर जमीन में काम सकता है। आप इसकी खेती करने बार करने के बाद वर्षों तक लाभ कमा सकते हैं। –Cardamom Farming