Wednesday, December 13, 2023

Monthly Archives: September, 2020

सड़क हादसे ने बेटा छीन लिया, अब बुढापे में भी ट्रैफिक सिग्नल पर ड्यूटी कर लोगों को हादसे से बचा रहे हैं

इन्सान के जीवन में कई ऐसे घटनाएं होती है जिसकी उसने पहले कोई कल्पना भी नहीं की रहती। इन्सान के जीवन में हुए हादसे...

युवा दम्पति ने लन्दन की नौकरी छोड़ गांव में शुरू किया जैविक खेती, अब अनेकों लोगों को यूट्यूब के माध्यम से सिखाते हैं गुड़

शहरों और गांवों में जीवन व्यतीत करने वालों की जिंदगी जीने के सलिकों में बहुतायत मात्रा में फर्क है। ऐसे ही विदेशी और देशी...

पुलिस नदारत रही लेकिन गोरखपुर के आज़ाद ने अग़वा होते लड़की को असमाजिक तत्वों के चंगुल से बचा लिया

आज के समय में मौका देखते हीं मजबूरी का फायदा उठाने का प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है ! आए दिन हमारे आसपास, हमारे...

गरीबी को मात देकर बने अव्वल दर्जे के सैंड आर्टिस्ट, आम जनता से बॉलीवुड तक, इनके आर्ट का लोग सम्मान करते हैं: अशोक

देश में मार्च से शुरू हुआ लॉकडाउन किसी के लिए अच्छा रहा तो किसी के लिए बहुत ही बुरा. मध्यम वर्ग के कलाकारों की...

सैकड़ों गांव की महिलाओं को जोड़कर रोक दी जंगल की कटाई और कोसी नदी को खत्म होने से बचा लिया

निःसंदेह बीते ज़माने से ही हमारे समाज में महिलाओं का योगदान अतुलनीय रहा है। आज भी महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर...

कचड़ा बीनने वाले बच्चों के लिए महिला कांस्टेबल बन गई मसीहा, सड़क किनारे क्लास लगाकर मुफ्त पढ़ाती हैं

औरत अगर चाहे तो किसी भी काम को पूरा कर अपने हुनर से सबको अचंभित कर सकती है। जरूरत पड़ने पर वह किसी भी...

5 साल की उम्र से अनाथालय में पाले गए, जीविका के लिए होटल में काम किये और अंततः बन गए IAS अधिकारी

कुछ लोग अपनी जिंदगी में ऐसा मुकाम हासिल कर लेते हैं कि उन पर विश्वास ही नहीं होता है। लगता है ऐसा तो हो...

गांव की इन महिलाओं ने उधार के पैसे से किया था शुरुआत और खड़ा कर दिए 300 करोड़ की ब्रांड कम्पनी: लिज्जत पापड़

रोटी, कपड़ा और मकान इन्सान के लिए अति आवश्यक वस्तएं हैं। रोटी यानि भोजन की बात करें तो इससे मनुष्य में शारीरिक और मानसिक...

चेन्नई के मछुआरों ने स्वक्षता का दिया अनोखा सन्देश, झील से साफ किये 700 किलो प्लास्टिक का कचड़ा

स्वच्छता का होना जिंदगी के लिए बेहर जरूरी है। स्वच्छता हीं स्वस्थ जीवन जीने का मूल मंत्र है। अपने रहने और कार्य के क्षेत्र...

5 सालों से जोधपुर में रहकर जर्जर कुओं को पुनर्जीवित करने के पीछे पागल है यह विदेशी सैलानी

पृथ्वी पर लगभग तीन चौथाई भाग पानी है। लेकिन हम बहुत अच्छी तरह जानते हैं पीने का पानी कितना प्रतिशत है। जिस तरह जनसंख्या...
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