Wednesday, December 13, 2023

Monthly Archives: September, 2020

घर-घर घूमकर कोयला बेचने वाली इस महिला को लोग अछूत मानते थे, आज खड़ी कर चुकी हैं 200 करोड़ की कम्पनी

हम अपनी सारी तकलीफ और परेशानियां भूल जाते हैं जब सफलता की ऊंचाई पर पहुंच जाते हैं। यहां तक पहुंचने के लिए हम कई...

बिहार के सिंघम कहे जाने वाले IPS संदीप लांडे अब सम्भाल रहे हैं Anti Terrorist Squad की कमान

हम भारतीय सेना और सैनिकों का बहुत सम्मान करते हैं। ये सीमा पर दुश्मनों से देश की रक्षा करते हैं। वैसे ही देश में...

दिन में पैसेन्जर और रात में अपनी ऑटो को एम्बुलेंस बनाकर जरूरतमन्दों को फ्री सेवा देता है यह शख्स

हमने अक्सर लोगों को कहते सुना है कि पहले के व्यक्ति हर समय दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहते थे.. एक दूसरे से...

बिना किसी स्कूल गए 8 विदेशी भाषाएं बोलता है मध्यप्रदेश का कालू, अब टूरिस्ट गाइड का काम करता है

लोगों का मानना है कि अगर हमें कुछ सीखना है तो इसके लिए स्कूल जाने की जरूरत है। लेकिन अगर लगन और जुनून मन...

UPSC के स्टूडेंट्स को यह IPS अधिकारी मुफ्त में तैयारी कराते हैं: सकारात्मक पहल

इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हर कोई इस कदर व्यस्त है कि कहां क्या हो रहा है क्या नहीं, इससे कोई मतलब नही...

कार्टन को रीसायकल कर बनाती हैं स्कूल डेस्क, हर साल 750 टन कचड़े को करती हैं रीसायकल

अगर बात कचरों की करें तो हम यह बहुत ही अच्छे से जानते हैं कि यह हमारे और पर्यावरण के लिए कितना दुष्प्रभावी है।...

अपने आइडिया से गांव को कर रही हैं रौशन, गांव-घर घूमकर बायोगैस प्लांट लगवा रही हैं बिहार की आकांक्षा

हौसले बुलंद हो और मन में कुछ कर लेने की ठान लें तो कोई भी काम कठिन नहीं होता। कुछ वैसे हीं कार्यों में...

शब्दों में इतनी ताकत कि निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए इन्हें कई बार धमकी तक मिल चुकी है: Cartoonist Rakesh Ranjan

बात 90 के दशक की है.. एक छोटे से बच्चे और उसके मासूम से सपने की.. उसके घर दैनिक अख़बार नहीं आता.. हां, गांव...

घरवाले शादी के लिए बना रहे थे दबाव, घर से भाग गई और 7 साल बाद PCS अफसर बनकर वापस लौटी

खुद को कर बुलंद इतना कि खुदा भी आकर पूछे बन्दे तेरी रजा क्या है  जीवन में अक्सर ऐसा मोड़ आता है जब हमे लगता...

इस धरतीपुत्र ने 80 हज़ार किसानों को खेती से फायदे का रहस्य सिखाया है, इन्हें पद्मश्री सम्मान मिल चुका है

कुछ दिनों पहले लोगों को सिर्फ अधिक पैदावार से मतलब थी। वह पैदावार खेतों में कहां से होती है इस बात से उन्हें कोई...
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